टुकेश्वर लोधी, आरंग। मंदिरहसौद में आज से टोल नाका शुरू होते ही स्थानीय वाहन चालकों का विरोध भी शुरू हो गया है. बीती रात से रसनी टोल प्लाजा बन्द होने के बाद अब मंदिरहसौद टोल नाका में दोगुनी दर से वसूली की जा रही है. इसके बाद स्थानीय वाहन मालिकों और आम लोगों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है. आज सुबह से ही मंदिरहसौद टोल में वाहन चालकों और मालिकों ने टोल की राशि कम करने के लिए अपने वाहनों को रास्ते में खड़ी करके विरोध करना शुरू कर दिया.

माहौल बिगड़ते देख मौके पर नेशनल हाईवे अथॉरिटी के आला अधिकारी, टोल वसूल कर रही डीएससी लिमिटेड के अधिकारी और स्थानीय मंदिरहसौद पुलिस पहुंची. सूचना मिलते ही थोड़ी देर बाद एसडीएम विनायक शर्मा भी पहुंच गए. स्थानीय लोगों के अनुसार उनके वाहनों पर दोगुनी दर से टोल की वसूली की जा रही है, वे अपने खेत भी जा रहे है तो उन्हें अपने वाहनों का टैक्स देना पड़ रहा है.

लोगों का कहना है कि स्थानीय लोगों से टोल टैक्स कम वसूला जाए ऐसा नहीं करने पर लोगों ने आंदोलन करने की चेतावनी भी दी. इसके बाद सभी अधिकारियों ने चर्चा कर स्थानीय लोगों को टोल नाके में जो छूट मिलती है उसे तत्काल दी जाएगी, इसके लिए स्थानीय लोगों से पहचान पत्र और जरूरी दस्तावेज टोल नाके के कार्यालय में जमा करने के लिए कहा गया है. तब जाकर मामला शांत हुआ है. वर्तमान में मंदिरहसौद टोल नाका में चार पहिया वाहनों से 50 रुपए, मिनी बस और छोटे माल वाहकों से 85 रुपए, बस और ट्रक से 175 रुपए, भारी माल वाहक वाहनों से 180 रुपए दर तय है. लेकिन चार पहिया से 100 रुपए, मिनी बस और छोटे माल वाहकों से 170 रुपए वसूली जा रही है.

बता दें कि पिछले 8 सालों से आरंग के रसनी टोल नाका में वाहनों से वसूली की जाती थी और मंदिरहसौद टोल नाके का निर्माण के समय से ही विरोध हो रहा है. स्थानीय लोगों के अलावा क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने भी टोल नाके के विरोध में जगह जगह ज्ञापन भी सौंपे थे. इसके बाद भी यह टोल नाका आज से शुरू हो गया है. जिस प्रकार स्थानीय जनप्रतिनिधियों और लोगों में आक्रोश है, उससे लगता है कि आने वाले समय मे मंदिरहसौद टोल नाके का विरोध होना जारी रहेगा.