अंकुर तिवारी, धमतरी। जनसंपर्क संचालनालय छत्तीसगढ़ ने प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया के पत्रकारों की शिकायतों को गंभीरता से लिया है. संचालनालय ने जिला जनसंपर्क अधिकारी के खिलाफ जांच अधिकारी नियुक्त किया है. संयुक्त संचालक हर्षा पौराणिक इस मामले की जांच करेंगे. आदेश में 15 दिनों के भीतर जांच प्रतिवेदन सौंपने के निर्देश दिए गए है.

पत्रकारों को अपेक्षित सम्मान नहीं मिलने के मामले को लेकर जिला जनसंपर्क अधिकारी के खिलाफ स्थानीय पत्रकारों ने अब आवाज बुलंद किया. पत्रकार तत्काल उनकी तबादले की मांग कर रहे थे और बकायदा मुख्यमंत्री के पास इसकी लिखित शिकायत भी दर्ज कराया था.

पत्रकारों का आरोप था कि महिला अधिकारी लंबे समय से धमतरी में पदस्थ है. इस वजह से वह अहम भावना से ग्रसित हो गई है, उनके द्वारा छोटे बड़े पत्रकारों का स्तर बनाकर पत्रकारों के साथ भेदभाव किया जाता है. इसका असर सरकार के जन कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार भी पड़ रहा है. पत्रकारों का यह भी कहना था कि उक्त अधिकारी पत्रकारों से सीधे मुंह बात नहीं करती है और अधिकारी इस रवैये से जिले के पत्रकार व्यथित है.

गौरतलब है कि उक्त महिला अधिकारी 2013 से जिला जनसंपर्क अधिकारी के पद पर पदस्थ है. विभागीय कार्य में मनमानी को लेकर जिले के प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े पत्रकारों में काफी नाराजगी देखी जा रही है. इसके साथ ही जिले पत्रकारों द्वारा समय-समय पर इसकी मौखिक शिकायत जिला प्रशासन से किया जा चुका है.

फिलहाल इस मामले में महिला अधिकारी के खिलाफ जांच और जांच के बाद कार्रवाई नहीं होने पर पत्रकारों ने धरना प्रदर्शन, आंदोलन जैसे कदम उठाएं जाने की बात कही है.