लखनऊ। लखनऊ में गोमती नदी के तट पर स्थित कुड़ियाघाट का अपना ही इतिहास है। जिसके सौंदर्यीकरण को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने पहल की। प्रदेश सरकार ने 554.15 लाख के बजट से कुड़ियाघाट का सौंदर्यीकरण करवाया। ये बात माननीय नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन जी 5 जनवरी 2021 को कुड़ियाघाट पर आयोजित सौंदर्यीकरण के कार्यों का लोकार्पण एवं नगर निगम लखनऊ की सःशुल्क सेवाओं व ऑनलाइन ऐप के कार्यक्रम के दौरान बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में कुड़ियाघाट में सौंदर्यीकरण एवं नवीनीकरण की आवश्यकता हुई। प्रदेश सरकार ने लखनऊ नगर निगम के सहयोग से इस महत्वपूर्ण कार्य को अंजाम दिया। प्रदेश सरकार प्रदेश के आस्था केंद्रों को भव्य बनाने के लिए लगातार सौंदर्यीकरण एवं विस्तारीकरण के कार्य कर रही है। इस मौके पर कार्यक्रम में उत्तरी विधानसभा के विधायक माननीय श्री नीरज बोरा, बुक्कल नवाब एम.एल.सी., माननीय महापौर लखनऊ नगर निगम संयुक्ता भाटिया, समेत तमाम नगर निगम के कर्मचारी व अन्य लोग मौजूद रहे।

लखनऊ में तीनों श्मशान घाटों के लिए दिए जाएंगे दो-दो करोड़

नगर विकास मंत्री ने कहा कि लखनऊ स्थित गुललाला, भैंसा कुंड एवं आलमबाग वीआईपी रोड स्थित श्मशान घाट के जीर्णोद्धार के लिए दो-दो करोड़ रुपये नगर निगम को नगर विकास विभाग द्वारा दिए जाएंगे। जिससे इन तीनों श्मशान घाटों पर मरम्मत का कार्य, निर्माण कार्य एवं सौंदर्यीकरण आदि कार्य किए जाऐंगे।

वन ऐप से काम होंगे आसान

कार्य के दौरान माननीय नगर विकास मंत्री जी ने नगर निगम के वन ऐप नामक मोबाइल ऐप का भी शुभारंभ किया। जिससे नागरिकों को सुविधाएं प्राप्त हो सकेंगी। इस ऐप के माध्यम से नागरिकों को नगर निगम द्वारा किए जाने वाले सःशुल्क कार्यों के बारे जानकारी ले सकेंगे व कार्य करवा सकेंगे। साथ ही मोबाइल नंबर 6389300431 पर फोन कर प्रातः 10 बजे से सांय 6 बजे के बीच अपनी आवश्यकतानुसार सेवाएं प्राप्त करने के लिए अनुरोध कर सकेंगे। इस ऐप के माध्यम से खाली प्लाट में भरने हेतु मलवा खरीद सकेंगे, जलापूर्ति टैंकर ले सकेंगे, पेड़ों की कटिंग करवा सकेंगे, खाली प्लाट की सफाई कार्य, मोबाइल टायलेट, कुड़िया घाट पर फैमली डिनर, कुड़ियाघाट पर प्री वेडिंग शूट आदि सुविधाएं प्राप्त कर सकेंगे। हालांकि इसके लिए निर्धारित शुल्क चुकाना होगा।

कुड़िया घाट के सौंदर्यीकरण परियोजनाओं का विवरण

1. पर्यावरण के दृष्टिगत विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों में मूर्तियों का विर्सजन गोमती नदी में किया जाता था। जिसको बन्द करते हुए पर्यावरण एवं गोमती नदी की स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए नये मूर्ति विर्सजन स्थल का निर्माण किया गया है।
2. मूर्ति विर्सजन स्थल की तरफ जाने वाले आरसीसी पहुँच मार्ग का निर्माण।
3. नये विसर्जन स्थल का सीढियों व बैठने की व्यवस्था सहित नवनिर्माण।
4. कुड़िया घाट में सार्वजनिक सुविधाओं यथा-नये 12 सीटेड सार्वजनिक शौचालय, पीने के पानी, फाउण्टेन, दो व चार पहिया वाहन पार्किंग का निर्माण।
5. पूरे कुडिया घाट पर तीन स्थलों पर नये लैण्ड स्केपिंग कार्य करते हुए पार्क का निर्माण एवं पूरे क्षेत्र की ग्रीनरी करते हुए पेड़-पौधों के रोपण (लैण्ड स्केप डिजाइन) का कार्य।
6. अनाधिकृत गाड़ियों एवं पार्क के सुरक्षा के दृष्टिगत पूरे कुड़िया घाट क्षेत्र को फेन्सिग द्वारा सुरक्षित किये जाने का कार्य।
7. नगर निगम की पूर्व स्थापित नर्सरी को उच्चीकृत किये जाने का कार्य।
8. कुड़िया घाट में बैठने हेतु बेंच की स्थापना।