सुरेन्द्र जैन,धरसीवां। राजधानी रायपुर के धरसीवां में शनिवार को बड़ा हादसा हो गया है. सिलतरा चौकी के धनेली गांव में केमिकल टैंकर की सफाई के दौरान गैस की चपेट में आने से चालक और परिचालक समेत 5 लोग बेहोश हो गए. जिसमें दो लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई है. जबकि एक की हालत गंभीर है.

पुलिस के मुताबिक जिस टैंकर में यह हादसा हुआ है, वो गुजरात का है. राजस्थान से केमिकल लेकर सिलतरा की श्री गणेश आयल फैक्ट्री में आया था. फैक्ट्री में केमिकल खाली करने के बाद धनेली स्थित छोकरा नाले के किनारे टैंकर को खड़ा कर ग्रामीणों से वाहन धुलवाया जा रहा था. ये ग्रामीण वाहनों को धुलकर ही अपनी रोजी-रोटी चलाते हैं. जैसे ही टैंकर की अंदर की सफाई करने के लिए तीन ग्रामीण युवक ढक्कन खोलकर अंदर उतरे, वो गैस की चपेट में आने से बेहोश हो गए. गैस की वजह से चालक और परिचालक भी बेहोश हो गए.

चौकी प्रभारी प्रियेश जॉन के मुताबिक घटना के बाद तीनों ग्रामीण और चालक-परिचालक को बेहोशी की हालत में रायपुर के मेकाहारा हॉस्पिटल भेजा गया. जहां तीन ग्रामीण युवक जो केमिकल टैंकर के अंदर सफाई करने उतरे थे, उनमें से राहुल यादव और जावेद खान की इलाज के दौरान मौत हो गई है. वही तीसरे युवक राजू यादव की हालत अभी गंभीर बनी हुई हुई है. जबकि चालक-परिचालक का इलाज जारी है.

जिम्मेदार कौन ?

धनेली नाला पर अपनी रोजी रोटी चलाने वाले ग्रामीण युवक वाहनों को धोने का काम करते आ रहे हैं. ग्रामीण युवक इस बात से अनभिज्ञ रहते हैं कि किस टैंकर या वाहन में क्या खतरनाक केमिकल है ? लेकिन टैंकर मालिक चालक-परिचालक तो यह सब जानते होंगे. सवाल यह उठता है कि आख़िर ग्रामीण युवकों से इस तरह टैंकर अंदर से धुलाने सफाई कराने क्यों कहा गया ? इसके लिए आखिर जिम्मेदार कौन है ?