रायपुर। वरिष्ठ पत्रकार अनिरुद्ध दुबे की कृति पर बनी हिन्दी-छत्तीसगढ़ी मिश्रित फ़िल्म ‘कहर द हैवक’ 12 फरवरी को श्याम टाॅकीज़, रायपुर और निहारिका मल्टीप्लेक्स, कोरबा में प्रदर्शित होने जा रही है। ‘नर बलि’ जैसे गंभीर सब्जेक्ट पर केन्द्रित इस फ़िल्म की न सिर्फ कथा बल्कि पटकथा एवं संवाद भी अनिरुद्ध दुबे ने लिखे हैं। प्रोड्यूसर डाॅ. पुनीत सोनकर एवं डायरेक्टर एजाज़ वारसी हैं।

राइटर दुबे पिछले 30 साल से अधिक समय से पत्रकारिता के पेशे से जुड़े हुए हैं। वैसे तो इन्होंने राजनीति, खेल, नगरीय निकाय एवं क्राइम समेत बहुत से क्षेत्रों की रिपोर्टिंग की है, लेकिन विशेष झुकाव कला एवं सिनेमा जगत पर लिखने का रहा। ये हिंदी व छत्तीसगढ़ी मिलाकर 300 से अधिक फ़िल्मों की समीक्षा कर चुके हैं, जो छत्तीसगढ़ की पत्रकारिता में अपने आप में रिकॉर्ड है।

सन् 2000 से छत्तीसगढ़ी सिनेमा पर इनका जो लिखना शुरु हुआ वह क्रम आज तक जारी है। 1965 से लेकर 1971 के बीच उस छोटे से दौर का छत्तीसगढ़ी सिनेमा का जो दिलचस्प इतिहास रहा है, उसे खंगालने का काम दुबे करते रहे हैं।

इसके अलावा सन् 2014 से 2018 तक लगातार मुम्बई यात्राएं की और हिन्दी सिनेमा की मशहूर हस्तियों से मुलाकात कर उनके बारे में लिखते रहे। महान फ़िल्म संगीतकार खय्याम, मशहूर लेखक एवं अभिनेता सलमान खान के पिता सलीम खान, संगीत की महान विभूति रवीन्द्र जैन, सुप्रसिद्ध फ़िल्म डायरेक्टर केतन मेहता, ख्याति प्राप्त ग़ज़ल गायिका पिनाज़ मसानी, हिन्दी व मराठी फ़िल्मों के जाने-माने अभिनेता रमेश देव का खास इंटरव्यू ले चुके हैं।