हेमंत शर्मा, रायपुर। इलाज के बहाने एक ट्रांसपोर्टर से 50 हजार की ठगी हो गई. ट्रांसपोर्टर घुटने की बीमारी से पीड़ित था. रायपुर निवासी राहुल अग्रवाल और मुम्बई के डॉक्टर रहमान ने चुना लगा दिया. पीड़ित ने दोनों आरोपी के खिलाफ आमानाका थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है. वहीं इन आरोपियों के खिलाफ सरस्वती नगर थाने में पहले से धोखाधड़ी का मामला दर्ज है. इसी तरह रिटायर्ड शिक्षिका से आरोपियों ने 3 लाख रुपये की ठगी की थी.

ट्रांसपोर्टर के रिपोर्ट के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी डॉ रहमान को गिरफ्तार कर लिया है. मुख्य आरोपी की मुंबई से गिरफ्तारी की गई है. पुलिस थोड़ी देर में आरोपी को रायपुर लेकर पहुंचेगी. दूसरे आरोपी की तलाश की जा रही है.

आमानाका थाना प्रभारी भरत बरेठ ने बताया कि,ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय करने वाले टाटीबंध निवासी भूपेंद्र सिंह अहलूवालिया 13 दिसम्बर 2020 की सुबह गुरुद्वारे से घर आ रहा था. इसी दौरान एक युवक ने उसे रोकते हुए अपना नाम राहुल अग्रवाल बताया. उसने भूपेंद्र सिंह को पूछा कि क्या उनके घुटने पर तकलीफ़ है. भूपेंद्र सिंह द्वारा हां कहने पर वह कहने लगा कि मेरे पिताजी को भी बहुत तकलीफ थी.

उन्होंने डॉक्टर रहमान जो मुम्बई से आते हैं उनके पास इलाज करवाया और अब वो बिल्कुल ठीक है. इसके बाद उसने पीड़ित को डॉक्टर रहमान का नंबर दे दिया. प्रार्थी भूपेंद्र सिंह ने डॉक्टर रहमान से फोन पर बात किया तो उसने मुम्बई में होने की जानकारी देकर 16 दिसम्बर को उसके घर आने की बात कही. 16 दिसम्बर को वह ट्रांसपोर्टर भूपेंद्र के घर पहुंचा. उसने इसकी टांगे देखी और उसे पूरी तरह ठीक कर देने का दावा किया लेकिन उसने इलाज लिए ज्यादा खर्च लगने की बात कही. इसके बाद पीड़ित ने उसकी बात मान ली. फिर डॉक्टर रहमान ने इलाज के लिए अपने बैग से एक पाइप जैसा निकाला और मुंह से सिंगी लगाकर खिंचने लगा. इसके बाद वह कहने लगा कि अब आपकी टांगे बिल्कुल ठीक हो जाएगी.

इस पूरे इलाज के लिए भूपेंद्र सिंह अहलूवालिया ने डॉक्टर रहमान को 50 हजार रुपये दिए है. इसके दस दिन बाद भूपेंद्र सिंह को घुटने में कोई आराम नहीं मिला, तब उसने डॉक्टर रहमान को फोन लगाया तो उसका मोबाइल बंद मिला. इस तरह डॉ रहमान और राहुल द्वारा धोखाधड़ी की घटना की अंजाम दिया गया.

जानकारी ये भी मिली है कि इन दोनों के खिलाफ कुछ दिन पहले ही सरस्वती नगर थाने में भी धोखाधडी का मामला दर्ज हुआ था. इसी तरह ही इलाज करने के नाम पर रिटायर्ड शिक्षिका शीतला सिंह से इन्होंने 3 लाख रुपये की ठगी की थी.