सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। माध्यमिक शिक्षा मंडल के खिलाड़ियों को मिलने वाले बोनस अंक को 10वीं और 12वीं के प्रावीण्य सूची में शामिल नहीं करने के फैसला का विरोध शुरू हो गया है. ओलम्पिक संघ ने इस फैसले को वापस लिए जाने की अपील करते हुए कहा कि अगर खिलाड़ियों को बोनस अंक नहीं मिलेगा तो खेलने के लिए क्यों जाएंगे. माता-पिता खिलाड़ियों के पैर बांध देंगे.

छत्तीसगढ़ ओलम्पिक संघ के उपाध्यक्ष बशीर अहमद ने प्रदेश सरकार से बोनस अंक को लेकर माशिमं से जारी आदेश को रद्द करने की अपील की है. उन्होंने इसे खेल एवं खिलाड़ी दमन करने वाला फैसला बताया है. उन्होंने कहा कि बोर्ड परीक्षा के मैरिट सूची से बोनस अंक को हटाने के फैसला का ओलम्पिक संघ विरोध करता है. इस आदेश को तत्काल रद्द किया जाए.

वहीं उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि खिलाड़ियों को राज्य, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर खेल का बोनस अंक नहीं मिलेगा तो वह अपनी पढ़ाई रोककर खेल में क्यों जाएगा? माता-पिता अपने बच्चों को खेल में क्यों भेजेंगे? यदि इस फैसले को वापस नहीं लिया गया तो खेल एवं खिलाड़ियों का दमन होगा.