लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में बीएसएल-4 लैब स्थापित किये जाने पर बल दिया है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल खण्ड में टेस्टिंग व्यवस्था को सुदृढ़ करते हुए राज्य में बीएसएल-3 स्तर की लैब्स स्थापित की गईं. इस कार्य को आगे बढ़ाते हुए बीएसएल-4 लैब की स्थापना किया जाना आवश्यक है. उन्होंने इस सम्बन्ध में कार्य योजना बनाकर समयबद्ध ढंग से कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.

मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर आहुत एक उच्चस्तरीय बैठक में विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे. स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि सभी अस्पतालों में उपचार व्यवस्था सुचारु ढंग से संचालित की जाएं. जनरल ओपीडी, सर्जरी सहित विभिन्न चिकित्सा कार्य पूरी गति से किये जाएं. उन्होंने लखनऊ के ट्रॉमा सेन्टरों में बेड्स की संख्या में वृद्धि करने के निर्देश दिए हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार उत्तराखण्ड की आपदा के पीड़ित परिवारों को हर सम्भव राहत उपलब्ध कराने के लिए कृतसंकल्पित है. उन्होंने निर्देश दिए कि प्रभावित परिवारों को हर सम्भव मदद व राहत उपलब्ध कराई जाए जिला प्रशासन के अधिकारीगण पीड़ित परिवारों से सम्पर्क बनाकर इनकी सहायता करें. आवश्यकतानुसार खाद्यान्न सहित अन्य राहत सामग्री प्रभावितों को उपलब्ध कराएं.

बैठक में मुख्य सचिव आरके तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश सी अवस्थी, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज एवं ग्राम्य विकास मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार, प्रमुख सचिव पशुपालन भुवनेश कुमार, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.