हेमंत शर्मा, रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का 22 फरवरी से शुरू हो रहा बजट सत्र हंगामेदार होगा. भाजपा विधायक दल की बैठक में बजट सत्र में सरकार को प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर घेरने का निर्णय लिया गया है.

भाजपा विधायक दल की बैठक में विधानसभा में स्थगन और ध्यानाकर्षण के विषयों पर चर्चा हुई. विपक्ष ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर  सत्ता पक्ष को घेरने की तैयारी की है. इस कड़ी में भाजपा ने प्रदेश भर में घटी आपराधिक घटनाओं की सूची बनाकर रख ली है. इसके अलावा धान खरीदी से वंचित लोगों का भी मुद्दा महत्वपूर्ण रहेगा.

बैठक के बाद मीडिया से चर्चा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि सत्र में जो मुद्दे उठाये जाने हैं, और स्थगन, ध्यानाकर्षण के लिए क्या हो सकता है इस पर चर्चा हुई. पिछले विधानसभा सत्र और इस सत्र के बीच में बहुत सारी घटनाएं हुई हैं. कानून-व्यवस्था की स्थिति लचर हो गई है. कानून नाम की चीज नहीं है. लगातार हत्या, आत्महत्याएं और अनाचार की घटनाएं हो रही हैं. बहुत सारे किसानों का धान अभी भी नहीं बिका है. प्रदेश में लगातार रेत माफिया की बात करे या शराब माफिया की बात करें तो जिस प्रकार से घटना घट रही है चाहे वो जनप्रतिनिधियों के ऊपर प्रहार हो या अधिकारियों के ऊपर. ऐसे अनेक मुद्दे उठाए जाने जाएंगे. मुद्दे कम नहीं है समय कम पड़ जाएंगे.

पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने बहुत व्यापकता के सारे बिंदु रखे. प्रदेश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था का विषय रहेगा. वित्तीय कुप्रबंधन की वजह से प्रदेश दिवालियेपन की ओर जा रहा है. आने वाला समय मे बजट में जीरो की स्थिति आने वाली है. सारे विकास के काम ठप हो गए है. यह भी बड़ा मुद्दा होगा. वहीं मंत्री के बेटे द्वारा पहाड़ी कोरवा की जमीन को हड़पने के मसले पर कहा कि एक मंत्री का यह किस्सा नहीं है. जिस प्रकार अनाप-शनाप बिक्री हो रही है. आदिवासी के नाम से उनका शोषण हो रहा है. ये बिन्दु भी विधानसभा के केंद्र बिंदु रहेंगे.