नई दिल्ली। संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती की मुश्किलें कम होने की बजाय और भी बढ़ती जा रही है. फिल्म के हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच अब सेंसर बोर्ड ने नाराजगी जताई है. सेंसर बोर्ड की नाराजगी इस बात से है कि फिल्म की सर्टिफिकेशन के पहले निर्माताओं ने फिल्म की प्रायवेट स्क्रीनिंग कर दी गई. फिल्म निर्माताओं ने बोर्ड को पहले दिखाने की बजाय फिल्म की स्क्रीनिंग चुनिंदा संपादकों के लिए कर दी. जिसमें इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा और रिपब्लिक टीवी के अरनब गोस्वामी शामिल हैं. जिन्हें सेंसर बोर्ड के सदस्यों से पहले फिल्म दिखाई गई.
निर्माताओं के इस कदम से नाराज सेंसर बोर्ड के प्रमुख प्रसून जोशी काफी नाराज हैं उन्होंने इसे नियमों का उल्लंघन बताया है. समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा, “यह निराशाजनक है कि बोर्ड के फिल्म देखने और प्रमाण पत्र जारी करने से पहले मीडिया के लिए फिल्म की स्क्रीनिंग रखी गई और राष्ट्रीय चैनलों पर इसकी समीक्षा की जा रही है. ‘पद्मावती’ के मेकर्स एक तरफ सेंसर बोर्ड पर प्रमाणन प्रक्रिया में तेजी लाने का दबाव डाल रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ इस पूरी प्रक्रिया को ही कमतर आंककर एक अवसरवादी उदाहरण पेश कर रहे हैं.”
फिल्म को देखने के बाद रजत शर्मा ने अपने प्राइम टाइम शो में कहा कि इसमें एक भी सीन आपत्तिजनक नहीं है. वहीं रिपब्लिक टीवी के अरनब गोस्वामी ने कहा कि इस फिल्म में राजपूतों के खिलाफ ऐसा कुछ नहीं है जिसके लिए इतना हंगामा हो रहा है. ये तो पद्मावती के लिए सबसे बड़ी श्रद्धांजलि है.