सुप्रिया पांडे,रायपुर। राजधानी के जैनम मानस भवन में 157वें मर्यादा महोत्सव का आज तीसरा दिन है. इस दौरान आचार्य महाश्रमण ने आचार्य भिक्षु के द्वारा लिखित संदेशों का वाचन किया. आचार्य महाश्रमण ने कहा कि शास्र में लिखी हुई शिक्षाप्रद बातों को हमें जानना चाहिए. आचार्य को सुनने की इच्छा रखे, उनकी सेवा करें. इसके जरिए अनेक बातों की जानकारी आपको मिल सकती है. आज्ञा मर्यादा आचार्य गुण और धर्म, हमारे पास आगम है. आगम का मान्य धर्मसंघ में है. आगम महत्वपूर्ण है. हम जिस हाथ से लोगों की सेवा करते है, वो पवित्र है.

इस आयोजन को लेकर प्रदीप पगारिया ने कहा कि हमारा धर्म में मर्यादा के साथ चलता है, उसी उत्साह के साथ हम इस महोत्सव को मनाते है. जितने भी साधु संत हैं वे आचार्य के निर्देशानुसार कार्य करते हैं. कार्यक्रम के आयोजक महेंद्र धारीवाल ने कहा कि तेरापंथ धर्म संघ में अनुशासन का बहुत महत्व है. आज गुरुदेव ने आचार्य महाश्रमण जी ने अनुशासन को अपने जीवन में उतारने का उपदेश दिया है. समस्त मानव जाति के लिए जैन धर्म के मानने वालों के लिए तेरापंथ के लोगों के लिए यह आवश्यक है कि हर व्यक्ति को अनुशासन में रहना चाहिए. अनुशासन मर्यादा से हमें सफलताएं मिल सकती है. हम एक अच्छे नागरिक बनकर धार्मिक व्यवस्था में रहकर मर्यादा का पालन करते हुए अपने जीवन को अच्छा बना सकते हैं.

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आचार्य महाश्रमण के विचारों से प्रभावित होकर तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम के द्वारा आयोजन स्थल में लोगों को मुफ्त में मेडिकल की सुविधाएं दी जा रही है. मुकेश भंसाली ने मेडिकल कैंम्प को लेकर कहा कि हर फील्ड के डॉक्टर अलग-अलग समय में यहा उपस्थित हो रहे है. लोगों की जांच हो रही है. अब तक साढ़े 600 लोग इस सुविधा का लाभ उठा रहे है. 14 फरवरी से 21 फरवरी तक इस कैंम्प का आयोजन किया गया है.