रायपुर। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अब गिनती के ही महीने बचे हैं. ऐसे में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. अपनी विकेट कमजोर जानकर नेता पाला बदलने में लगे हुए हैं. इस क्रम में बसपा की पूर्व विधायक विद्या चौधरी सहित छह नेताओं ने पुरानी पार्टी को अलविदा कहते हुए समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है.
समाजवादी पार्टी ज्वाइन करने वाले पूर्व विधायक कालीचरण राजभर, दिग्गज नेता व पूर्व मंत्री आरके चौधरी, जय नारायण द्विवेदी, वीरेन्द्र सिंह, आजमगढ़ विधानसभा सीट से बसपा विधायक रही विद्या चौधरी और पूर्व आईपीएस हरीश कुमार को पार्टी सुप्रीमो अखिलेख यादव ने बधाई दी. उन्होंने पत्रकारवार्ता में छह वरिष्ठ व दिग्गज नेताओं की पार्टी में शामिल होने की जानकारी देते हुए योगी सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि 200 दिन बाद उत्तर प्रदेश में चुनाव होने वाले हैं, सरकार 5 हजार करोड़ इन्वेस्टमेंट का दावा कर रही है, लेकिन इतने कम समय में इन्वेस्टमेंट कैसे होगा?
लुभावने सपने दिखा रही
सपा सुप्रीमो ने कहा कि सरकार लोगों को इनवेस्टमेंट के नाम पर लुभावने सपने दिखा रहे हैं, लेकिन यहां तो महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ दी है. पेट्रोल-डीजल की कीमत दिन ब दिन बढ़ती जा रही है. उसकी वजह से खाद्य सामग्री की कीमतों में जबरदस्त बढ़ोत्तरी हुई है. किसानों को यूरिया तक नहीं मिल रहा है. किसानों ने जो मक्का, धान बेचा है, उसका पैसा तक नहीं मिला है. सरकार केवल किसान, नौजवान और कार्यकर्ताओं का अपमान कर रही है.
सिर्फ संपत्ति बेचने का काम कर रही
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार सिर्फ देश की संपत्ति को बेचने काम कर रही है. रेलवे को अपने मित्र को बेच दिया, एलआईसी को भी बेचने की तैयारी चल रही है. जब बड़ी संस्थाएं बिक जाएगी, तो हमारे पास ऐसी कोई भी संस्थान ही नहीं रहेगा, जहां युवाओं को नौकरी दिया जा सके.
ठोंको की नीति चल रही
सपा सुप्रीमो यही नहीं रूके, उन्होंने उप्र सरकार को कटघरे में खडे़ करते हुए कहा कि यहां ठोंको की नीति चल रही है. सरकार का पुलिस पर अंकुश नहीं है, पुलिस जो कह दे रही है, सरकार उसे ही सही मान रही है. अगर आंकड़ों पर जाएं तो देश में सबसे ज्यादा कस्टोडियल डेथ उत्तर प्रदेश में हुई है. सबसे ज्यादा फेक एनकाउंटर भी उत्तर प्रदेश में हुए हैं. युवा कार्यकर्ताओं को झूठे आरोप में फंसा रही है. झूठे मुकदमे दायर करने के मामले में योगी सरकार, कांग्रेस भी आगे बढ़ गई है.