कोरबा/बिलासपुर। गेवरा कोयला खदान में भाग रहे अज्ञात संदिग्ध वाहन को रोकने के लिए सीआईएसएफ द्वारा की गई गोलीबारी की गई, लेकिन गाड़ी में सवार लोग जंगलों से होते हुए भाग निकले. घटना के बाद बिलासपुर के अपोलो हॉस्पिटल में गोली लगने से उपचार के लिए कोरबा के युवक के भर्ती होने की सूचना पर दीपका पुलिस पूछताछ के लिए रवाना हो गई है.

जानकारी के अनुसार, शुक्रवार रात गेवरा कोयला खदान में संदिग्ध वाहन दिखने पर सीआईएसएफ क्यूआरटी के गस्ती दल ने रोकने का प्रयास किया, लेकिन वाहन रुकने की वजह सीआईएसएफ के वाहन को टक्कर मारकर भागने लगे. इस पर जवानों ने फायरिंग की, लेकिन वाहन में सवार लोग जंगल के रास्ते से भाग निकले.

इसके बाद बिलासपुर के सरकण्डा थाना से सूचना मिली की अपोलो हास्पिटल बिलासपुर में सालिक राम गोंड पिता बिरन सिंह गोंड (32 साल) निवासी खल्लारी पारा, ग्राम नोनबिर्रा, थाना पाली, जिला कोरबा गोली लगने से घायल होकर इलाज के लिये भर्ती है. युवक की हालत खतरे से बाहर है. युवक ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि रात्रि में गेवरा खदान में गाड़ी लेकर घुसने के दौरान सीआईएसएफ गस्ती दल की फायरिंग से उसे चोट लगी है.

इस घटना के संबंध थाना दीपका में अपराध क्रमांक 52/2021 धारा 186, 353, 447, 427, 34 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है. साथ ही दीपका थाना की पुलिस टीम घायल सालिक राम गोंड से पूछताछ करने अपोलो हास्पिटल बिलासपुर रवाना किया गया है.

चार पहिया में गए थे मवेशी चराने

पूरे घटनाक्रम पर स्थानीय लोगों का कहना है कि घायल युवक मवेशी खोजने के लिए गया था, जिस पर सीआईएसएफ के गस्ती दल ने गोलिया चलाईं है. लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि रात में चार पहिया वाहन में कोई कैसे मवेशी खोजने के लिए जा सकता है. हालांकि, इस पूरे मामले पर एडिशनल एसपी कीर्तन राठौर का कहना है कि ग्रामीणों की बात को सिरे से नकारते हुए खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि इस बात की जांच की जा रही है ये लोग खदान में क्या करने के लिए गए थे.