रायपुर। गुरू घासीदास साहित्य एवं संस्कृति अकादमी की ओर से रविवार को राष्ट्रीय सतनामी युवक-युवती परिचय सम्मेलन शहीद स्मारक भवन में आयोजित की गई. सम्मेलन में छत्तीसगढ़ सहित देश के कई राज्यों से बड़ी संख्या में समाज के नवयुगल अपने लिए जीवन साथी पसंद किए. वहीं परिजनों की निगाहें भी दिनभर दामाद-बहू की तलाश में टिकी रही. सम्मेलन में विधवा, विधुर व तलाकशुदा महिला/पुरूषों ने भी पुर्नविवाह के लिए अपना पंजीयन करवाकर समाज से सहयोग मांगा. कार्यक्रम में मास्क व सैनेटाईज के बाद ही क्रमवार प्रवेश दिया गया.

आयोजन समिति के अध्यक्ष के.पी. खण्डे, प्रवक्ता चेतन चंदेल एवं मीडिया प्रभारी सुखनंदन बंजारे ने बताया कि खचाखच भरे हाल में कार्यक्रम का शुभारंभ पंथी व सतनाम भजन की भक्तिमय प्रस्तुति से किया. इसके बाद प्रतिभागियों ने मंच पर बेबाकी से परिचय देते हुए अपनी पसंद का उल्लेख किया. सम्मेलन में कुल 1021 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें काउंसिलिंग के बाद 250 से भी अधिक युवाओं व उनके परिजनों के बीच रिश्तों की बातचीत शुरू हो गई है.

सम्मेलन में उपस्थित मुख्य अतिथि नगरीय प्रशासन एवं श्रम मंत्री डाॅ. शिवकुमार डहरिया ने कहा कि आज के समय में शासकीय नौकरी सीमित है. ऐसे में समाज को व्यापार एवं स्वरोजगार की दिशा में आगे आना होगा. उन्होंने कहा कि हमारे समाज को अब देने वाला समाज बनना होगा. इस मौके पर उन्होंने अपनी शादी की रोचक कहानियां भी बताई, जिससे पूरा मंच ठहाकों से गूंज उठा.

कार्यक्रम को संस्कृति एवं खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, विधायक सत्यनारायण शर्मा, महापौर एजाज ढ़ेबर ने संबोधित करते हुए ऐसे आयोजनों की सराहना करते हुए एक स्वर में कहा कि हमारी सरकार बाबा गुरू घासीदास जी के बताये मार्गों पर चल रही है.

4 हजार लोगों ने लिया स्वास्थ्य शिविर का लाभ

कार्यक्रम स्थल पर राजश्री सद्भावना समिति की ओर से निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाई गई, जिसमें 25 सदस्यीय अलग-अलग विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम ने सभी की स्वास्थ्य संबंधी जांच पड़ताल कर निदान के लिए परामर्श दिया. शिविर में 4000 से भी अधिक लोगों ने लाभ उठाया.