दरअसल, महाराष्ट्र में पिछले कई दिनों से कोरोना संक्रमण के नए मामलों में लगातार तेजी से इजाफा हो रहा है। जिसके बाद राज्य सरकार और प्रशासन के साथ ही हर व्यक्ति अतिरिक्त सतर्कता बरत रहा है। इसका एक उदाहरण उस वक्त बॉम्बे हाई कोर्ट में देखने को मिला जब बॉम्बे हाई कोर्ट में सुनवाई हॉल के अंदर एक वकील ने चेहरे से अपना मास्क उतार दिया। इसके बाद अदालत ने वकील की लापरवाही से खफा होकर मामले की सुनवाई करने से ही इनकार कर दिया।
जानकारी के मुताबिक मामला 22 फरवरी का है। जिसके बारे में अब पता चला है। बॉम्बे हाई कोर्ट के जस्टिस पृथ्वीराज चव्हाण के कोर्ट में 22 फरवरी को एक मामले पर सुनवाई चल रही थी। इसी दौरान याचिकाकर्ता के वकील ने कोरोना के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करते हुए चेहरे से मास्क उतार दिया। वकील की इस लापरवाही से खफा जज ने उनको सबक देते हुए इस मुकदमे की सुनवाई से इंकार कर दिया। जब वकील को अपनी गलती का एहसास हुआ तो उन्होंने अपनी गलती के लिए कोर्ट से माफी मांगी। जज महोदय दरअसल वकील साहब को उनकी लापरवाही के लिए सचेत करना चाहते थे। इसलिए यह कदम उन्होंने उठाया।