रायपुर- छत्तीसगढ़ की सियासत में खलबली मचाने वाले मंत्री राजेश मूणत की कथित सेक्स सीडी मामले में वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को हिरासत में लिए लगभग एक महीना होने को है, लेकिन सीडी मुहैया कराने वाले अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं. सवाल उठ रहा है कि पुलिस अब तक उन लोगों को क्यों नहीं पकड़ पाई ? मंत्री की कथित सेक्स सीडी किसने बनाई ? आखिर किसने सेक्स सीडी विनोद वर्मा तक पहुंचाई ? इस मामले में शिकायत दर्ज होने के बाद जितनी तत्परता दिल्ली जाकर विनोद वर्मा को हिरासत में लेने में पुलिस ने दिखाई, उतनी ही तत्परता सीडी मुहैया कराने वाले को पकड़े जाने में क्यों नहीं दिखाई गई ? सवाल यह भी खड़ा हो रहा है कि पुलिस के पास तगड़ा इंटेलीजेंस इनपुट होने के बावजूद गिरफ्तारी क्यों नहीं की जा रही ?
लल्लूराम डाॅट काॅम को इस मामले में बेहद ही चौंकाने वाली जानकारी मिली है. उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक मंत्री की कथित सेक्स सीडी मामले की पूरी जानकारी पुलिस के पास मौजूद हैं. पूरे मामले की तस्वीर पुलिस की नजर में बेहद साफ हैं. लेकिन इस मामले में कई बड़े नाम शामिल होने की वजह से किसी भी तरह की कार्रवाई करने में पुलिस के हाथ-पांव फूल रहे हैं. बताते हैं कि इस हाईप्रोफाइल मामले में किसी भी तरह से छत्तीसगढ़ पुलिस अपना हाथ नहीं फंसाना चाहती. पुलिस इस बात का इंतजार कर रही है कि सीबीआई के बड़े अधिकारी छत्तीसगढ़ आकर पूरे मामले को अपने हाथ में ले ले. सेक्स सीडी मामले की जांच के लिए बनाई गई एसआईटी ने तमाम साक्ष्य एकत्रित कर लिया है. जैसे ही सीबीआई के जांच अधिकारी पहुंचेंगे, साक्ष्य उन्हें सौंप दिया जाएगा.
असली-नकली सेक्स सीडी के धंधे में शामिल हैं बडे़ चेहरे
लल्लूराम डाॅट काम को मिली बेहद ही गोपनीय जानकारी कहती है कि छत्तीसगढ़ में असली-नकली सीडी का धंधा पिछले कई वर्षों से चल रहा है. सेक्स सीडी की आड़ में सफेदपोश करोड़ों का लेन-देन करते रहे हैं. सूत्र बताते हैं कि मंत्री राजेश मूणत की कथित सेक्स सीडी का मामला इसलिए फूटा क्योंकि सेक्स सीडी का धंधा करने वाले बड़े चेहरों में पैसों के लेन-देन को लेकर विवाद हो गया. चर्चा है कि मंत्री की सीडी को लेकर करीब चार करोड़ रूपए हवाला के जरिए बाहर भेजा गया. इन रूपयों को लेकर ही विवाद की खबर है.
असली-नकली सेक्स सीडी के गोरखधंधे में मीडिया से निकटता रखने वाले और सामाजिक गतिविधियों में शामिल एक बड़े उद्योगपति, उनके बेहद करीबी, विभिन्न खेल संगठनों से जुड़े बीजेपी नेता, समाजसेवी की छवि रखने वाले एक अन्य उद्योगपति और एक बार संचालक शामिल हैं. मंत्री राजेश मूणत की कथित सेक्स सीडी भी इनमें से किसी एक ने ही भूपेश बघेल के करीबी वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा तक पहुंचाई. यहां सवाल यह भी खड़ा हो रहा है कि क्या विनोद वर्मा को इस पूरे मामले में सिर्फ एक मोहरा बनाया गया ? क्या मंत्री राजेश मूणत को बदनाम करने की साजिश कोई और कर रहा था ? क्या विनोद वर्मा के कंधे पर बंदूक रखकर किसी और ने गोली चलाई ? आखिर इन तमाम सवालों के जवाब पुलिस को अब तक क्यों नहीं मिल सके हैं. सियासी हलकों में इस बात को लेकर भी जमकर चर्चा है कि नकली सीडी के सामने आने और असली सीडी के सच को लेकर सरकार के एक कद्दावर मंत्री ने सार्वजनिक तौर पर यह कहा था कि जिसके पास असली सीडी है, नकली सीडी का सोर्स भी वहीं है. यह टिप्पणी आखिर किस ओर इशारा कर रही है.
पिछले कई सालों से चल रहा है असली-नकली सेक्स सीडी का कारोबार
आला सूत्र इस बात की भी तस्दीक करते हैं कि तथाकथित उद्योगपति, बीजेपी से जुड़े नेता और बार संचालक साल 2014 से सेक्स सीडी का कारोबार कर रहे हैं. सेक्स सीडी की आड़ में करोड़ों रूपए का लेन-देन होता रहा है. कई प्रभावशाली चेहरों की सेक्स सीडी का भयादोहन कर रूपयों की वसूली की जाती रही है. मंत्री राजेश मूणत की कथित सेक्स सीडी भी इस कारोबार का ही हिस्सा रहा है. हालांकि पुलिस इन तमाम पहलुओं पर किसी भी तरह की जानकारी नहीं होने की बात कह रही है.
दोषियों के खिलाफ लड़ाई लड़ूंगा- राजेश मूणत
कथित सेक्स सीडी मामले में आ रहे तथ्यों पर मंत्री राजेश मूणत ने दो टूक जवाब दिया है. लल्लूराम डाॅट काॅम से हुई बातचीत में उन्होंने कहा कि- जहां तक होगा, मैं लड़ाई लड़ूंगा. चाहे सुप्रीम कोर्ट तक ही क्यों ना जाना पड़े. न्यायपालिका के आखिरी दरवाजे तक जाकर दोषियों के खिलाफ लड़ाई लड़ूंगा, इसमें कोई संकोच नहीं करूंगा. इस तरह की गंदी सोच रखने वालों को यदि सजा नहीं मिलेगी. तो समाज में कई लोग ऐसा करते रहेंगे. इसलिए उन सभी लोगों की लड़ाई मैं खुद लड़ूंगा. यदि सीबीआई मुझसे किसी भी तरह की पूछताछ करेगी, तो मैं तमाम विषयों को सामने रखूंगा.
सीडी कहां से आई आखिर इस पर जांच क्यों नहीं कर रही पुलिस- भूपेश
इधर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेश बघेल ने लल्लूराम डाॅट काम से बातचीत में कहा कि इस पहलू की जांच आखिर पुलिस क्यों नहीं कर रही कि असली और नकली सीडी कहां से आई ? पुलिस ने इस पूरे मामले में ताबड़तोड़ काम किया, लेकिन सीडी के सोर्स को लेकर जांच क्यों नहीं की जा रही है ? बघेल ने कहा कि- इस मामले में हमने शुरू से निष्पक्ष जांच की मांग की है. हमने मांग की है कि कोर्ट की निगरानी में एसआईटी बनाकर जांच की जाए या फिर कोर्ट की देखरेख में ही सीबीआई इस मामले की जांच करे.
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