शिवम मिश्रा,रायपुर। छत्तीसगढ़ के मंत्रालय में पदस्थ ट्रेजरी के ज्वाइंट डायरेक्टर राजेश श्रीवास्तव की नागपुर में लाश बरामद हुई है. वो पिछले 1 मार्च से लापता थे. उनकी लाश नागपुर स्थित एक होटल के कमरे से बरामद हुई है. अभी तक यह स्प्ष्ट नहीं हो सका है कि उन्होंने आत्महत्या की है या हत्या की गई है. हालांकि पुलिस हत्या से इंकार कर रही है. साइबर सेल की विशेष टीम ज्वाइंट डायरेक्टर के लोकेशन के आधार पर उन्हें बरामद किया है.

एसएसपी अजय यादव ने कहा कि ज्वाइंट डायरेक्टर राजेश श्रीवास्तव की लाश महाराष्ट्र के नागपुर के किसी हॉटेल के कमरे में मिली है. इसे सुसाइड नहीं कहा जा सकता है, क्योंकि वो बीमार थे और इन्स्युलिन भी लेते थे. इस पूरे मामले की जांच की जा रही है.

मिली जानकारी की मुताबिक लापता ज्वाइंट डायरेक्टर राजेश श्रीवास्तव कल सुबह 10:30 बजे महाराष्ट्र के पूजा लॉज के रूम नंबर 104 में रुके थे. डॉयरेक्टर ने चिल्लर नहीं होना बताकर 150 रुपए एडवांस में दिए थे. आज सुबह 9 से 10 बजे के आस-पास नाश्ता करने बाहर भी निकले थे, लेकिन डॉयरेक्टर के ज्यादा देर तक रूम से बाहर नहीं आने के कारण लॉज का मैनेजर रूम चेक करने आया.

जब लगातार आवाज देने पर भी दरवाजा नहीं खुला, तो छत से जाकर रूम झांका, तो डायरेक्टर राजेश श्रीवास्तव सोए अवस्था में दिख रहे थे. जिसके बाद मैनेजर ने तत्काल नागपुर के सीताबर्डी थाना में सूचना दी. पुलिस टीम ने पहुँचकर दरवाजा तोड़ा तो डायरेक्टर मृत अवस्था में था. सीताबर्डी थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए रवाना कर दिया है.

इसे भी पढ़ें- मंत्रालय से ट्रेजरी के जॉइंट डायरेक्टर लापता, पुलिस तलाश में जुटी 

जानकारी के मुताबिक ट्रेजरी के ज्वाइंट डायरेक्टर राजेश श्रीवास्तव 1 मार्च को अपनी पत्नी के साथ बिलासपुर से आए थे. उनकी पत्नी इंद्रावती भवन में उन्हें छोड़ने के बाद वापस ट्रांजिट मेस स्थित आवास चली गई. फिर पत्नी को किसी का फोन आया कि साहब कहा है. करीब 11:30 बजे राजेश श्रीवास्तव ने इंद्रावती भवन में प्रवेश किया, फिर जो सीसीटीवी फुटेज आया है उसके मुताबिक वो 11:40 में ही इंद्रावती भवन से बाहर निकले. 12 बजकर 22 मिनट पर उनका आखिरी लोकेशन छेड़ीखेड़ी ओवरब्रिज के पास दिखा था.