इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने विपक्ष के बॉयकॉट के बीच संसद में विश्वासमत में जीत अहम हासिल कर ली. पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी द्वारा आहूत पाक संंसद के 342 सदस्यों वाले निचले सदन में सामान्य बहुमत के लिए जरूरी 172 वोट के मुकाबले इमरान खान ने 178 वोट हासिल किए.

इमरान खान की इस जीत के साथ ही पाकिस्तान के वित्त मंत्री के हाल ही में हुए चुनाव में मिली हार के बाद सरकार की वैधता को लेकर उठ रहे सवाल खत्म हो जाएंगे. विश्वास मत के दौरान विपक्ष के सदस्य नदारत रहे. 11 विपक्षी दलों के गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) के वोटिंग का बॉयकॉट करने के साथ ही इमरान खान के लिए विश्वास मत हासिल करना आसान हो गया था.

सदन में पाक के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने एक लाइन का प्रस्ताव रखा, जिसमें लिखा गया था कि यह सदन इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान के संविधान के आर्टिकल 91 के क्लॉस (7) के तहत इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर भरोसा करता है.

सदन के स्पीकर असद कैसर ने परिणाम की घोषणा करते हुए कहा कि इमरान खान अपने पद पर दो साल पहले 176 मत हासिल कर चुने गए थे, आज उन्होंने 178 मत हासिल किया है. बता दें कि 68 वर्षीय क्रिकेटर से राजनीतिज्ञ बने इमरान खान ने अपने वित्त मंत्री अब्दुल हफीज शेख के पूर्व प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी के साथ हुए निकट के मुकाबले में बुधवार को हारने के बाद विश्वास मत हासिल करने का निर्णय लिया था. इस हार के बाद विपक्ष ने प्रधानमंत्री से इस्तीफा देने को कहा था.

निचले सदन में सत्तारुढ़ गठबंधन के 181 सदस्य हैं, जिनमें से एक सदस्य फैसल वावदा के इस्तीफा देने के बाद यह संख्या घटकर 180 रह गई है. वहीं विकक्ष के 160 सदस्य हैं. एक सीट खाली है.