रायपुर। महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंडिया ने पोषण पखवाड़ा रथ को रवाना किया. इस मौके पर मंत्री ने कहा कि समाज के विकास में महिलाओं की भागीदारी महत्वपूर्ण हैं. महिलाएं सामाजिक, राजनीतिक, प्रशासनिक सहित विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी है. भेंडिया आज बालोद जिले के विकासखण्ड मुख्यालय डौण्डीलोहारा में आयोजित जिला स्तरीय महिला जागृति शिविर को संबोधित कर रही थी.

उन्होंने कहा कि महिलाओं की बेहतरी के लिए राज्य शासन द्वारा विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्रदेश में कुपोषण दूर करने मुख्यमंत्री सुपोषण योजना शुरू की गई हैं. उन्होंने कहा कि जच्चा-बच्चा स्वस्थ्य व मजबूत होगा, तो प्रदेश व देश मजबूत होगा. उन्होंने कहा कि सुराजी गांव योजना के तहत गौठानों में महिला स्वसहायता समूह को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न आजीविका मूलक गतिविधियां संचालित की जा रही है.

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राज्य में महिलाओं को सामाजिक एवं आर्थिक रूप से सशक्त किए जाने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ महिला कोष द्वारा महिला स्व सहायता समूहों को आसान शर्तों पर ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है. शिविर को संसदीय सचिव एवं गुण्डरदेही विधायक कुंवर सिंह निषाद, संजारी-बालोद विधायक संगीता सिन्हा एवं कलेक्टर जनमेजय महोबे ने भी संबोधित किया.

मंत्री भेंडिया ने शिविर में छत्तीसगढ़ महिला कोष एवं सक्षम योजना के लिए दस महिला स्वसहायता समूह को ऋण स्वीकृति की राशि का चेक प्रदान किया. गर्भवती माताओं की गोद भराई संस्कार के लिए सुपोषण कीट व ग्यारह महिलाओं को जच्चा-बच्चा कीट का वितरण किया गया. मंत्री भेंडिया ने जिले में सुपोषण के प्रति जागरूकता लाने पोषण पखवाड़ा रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया. उन्होंने शिविर स्थल पर लगाए गए ‘‘बालोद बाजार‘‘ स्टाल का भी निरीक्षण कर विक्रय किए जा रहे स्थानीय उत्पादों की जानकारी ली.

इस अवसर पर जिला पंचायत की अध्यक्ष सोनादेवी देशलहरा, जिला पंचायत सदस्य बसंती बाला भेंडिया, होरीलाल रावटे सहित क्षेत्र के अन्य जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक सहित अधिकारी, कर्मचारी और बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद थी.