रायपुर. सत्ता का सुर एक सा होता है और विपक्ष का एक सा. ये बात शिक्षाकर्मियों की हड़ताल में एक बार फिर साबित हो गई. 2003 में जब बीजेपी सरकार में नहीं आई थी तो आज के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, पंचायत मंत्री अजय चंद्राकर, खाद्यमंत्री पुन्नुलाल मोहले शिक्षाकर्मियों के साथ उनकी मांगों के समर्थन में खड़े रहते थे. उनके मंच पर आकर भाषण देते थे. ठीक उसी तरह जैसे आज उस वक्त के सीएम अजीत जोगी और कांग्रेस के नेता शिक्षाकर्मियों के समर्थन में खडे हैं.

शिक्षाकर्मियों ने उन लोगों की चिट्ठियों को सार्वजनिक किया है जो आज शिक्षाकर्मियों के संविलियन और समान वेतन समान काम का विरोध कर रहे हैं. पंचायत मंत्री अजय चंद्राकर तब विपक्ष में थे. तब उन्होंने शिक्षाकर्मियों के लिए समान काम समान वेतन का समर्थन पत्र सौंपा था. तब बिल्हा के विधायक और मौजूदा बीजेपी अध्यक्ष धऱमलाल कौशिक ने चिट्ठी लिखकर समान कार्य समान वेतन का समर्थन किया था. पुन्नुलाल मोहले ने भी विधायक की हैसियत से चिट्ठी लिखी थी.

लेकिन हाल ही में पंचायत मंत्री  अजय चंद्राकर ने शिक्षाकर्मियों की समान वेतन समान काम और संविलयन को शिक्षाकर्मियों के भर्ती नियमों के खिलाफ बता रहे हैं. इसी तरह धरमलाल कौशिक और पुन्नुलाल मोहले भी इस मसले पर खामोश हैं.

ये हैं 2003 में बीजेपी नेताओं की लिखी चिट्ठियां