सुप्रिया पांडेय, रायपुर। मोहल्ले में पानी के संकट को देखते हुए बोर खनन की कवायद में मोहल्लेवासियों और एक परिवार के बीच विवाद पैदा हो गया है. बोर खनन न करने देने के लिए एक परिवार के सदस्य मिट्टी तेल लेकर आत्महत्या करने की धमकी दे रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर पानी के संकट से जूझ रहे मोहल्लेवाले परिवार पर बोर नहीं करवाने के पीछे जमीन कब्जा का आरोप लगा रहे हैं.

मामला अवंति विहार स्थित विजय नगर का है, जहां गली नंबर तीन में बोर कराए जाने को लेकर आदेश जारी हुआ है. बोर गली नंबर तीन पर कहीं भी कराया जा सकता है, लेकिन मोहल्लेवासी रवि तांड़ी के घर के पास बोर कराए जाने की मांग कर रहे हैं. रवि तांडी का कहना है कि काफी समय पहले हम झुग्गी-झोपड़ी में रहते थे, यहां पानी की समस्या थी, उस समय मेरे घर के समीप की भूमि पर पानी की जांच हुई थी, मेरी मां ने कहा था कि इस बोर के पानी का लाभ पूरे मोहल्ले वासियों को मिलेगा. पानी की समस्या खत्म हो जाएगी तो हम जमीन को वापस ले लेंगे, मैं अपनी जगह को वापस लूंगी. मुझे जगह पर लगभग 30 वर्ष हो चुके हैं. बोर होगा तो मेरा कच्चा घर टूट जाएगा.

मोहल्लेवासी दीपक साहू का कहना है कि यहां बोर की जरूरत है, क्योंकि ये लोग (रवि तांडी) खुद पानी भरने के बाहर जाते हैं. इस जमीन पर इन्होंने कब्जा किया है, यहां पहले से ही बोर था, ये लोग आत्महत्या की धमकी दे रहे हैं. यदि ये कुछ करते हैं तो सब हम पर आरोप लगेगा, इसलिए हम अब तक रूके हुए है. हम उनसे कह रहे हैं कि बोर होगा तो टंकी की सुविधा भी आपको मिल जाएगी.

उन्होंने कहा कि हालांकि, यहां नल से भी पानी का सप्लाई होता है, लेकिन कभी कभी पाइप लीकेज होने की वजह से गंदा पानी आता है, जिस वजह से हम उस पानी को पीने के लिए उपयोग नहीं करते. इन्हें डर है कि बोर हुआ तो घर टूट जाएगा, हम उन्हें कई बार समझा चुके हैं. पहले इसी बोर से पूरी बस्ती को पानी का सप्लाई होता था.

रहवासी सार्थक शर्मा ने कहा मोहल्ले वासियों की मांग थी कि यहां एक बार फिर से पुराने बोर को चालू किया जाए, जो वर्तमान में खराब हो चुका है. हमें नहीं पता कि बोर बंद कैसे हुआ. एक साल से मोहल्लावासी मिलकर प्रयास कर रहे है. परिवार वाले इस जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं, इसी वजह से ये हमें बोर करने के नहीं दे रहे हैं.

उन्होंने कहा कि यहां एक तरफ पूरा मोहल्ला है, तो वहीं दूसरी ओर इनका पूरा परिवार है. परिवार वाले मिट्टी तेल लेकर बैठे हैं. हमें बोर कराने के लिए 8 फरवरी से आर्डर का आदेश प्राप्त हुआ है, आज 8 मार्च हो गया है. एक महीने से हम प्रयास कर रहे हैं. यह जमीन सरकारी है. इनकी धमकी की शिकायत हमने पुलिस में की है.

वहीं मामले में ठेकेदार शुभम जैन का कहना है कि मुझे नगर निगम से ऑर्डर प्राप्त हुआ है. टेंडर भी हुआ है. मैंने टेंडर लिया उसके बाद मैंने गाड़ी लगाई है. मैने जबरदस्ती यहां पर बोर कराने के लिए गाड़ी नहीं लगवाई. यहां बोर किए जाने का आदेश प्राप्त हुआ है.