दिल्ली। चीन की सरकार अब अपने देश के बच्चों को सिर्फ चाइनीज भाषा में ही पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करने की योजना बना रही है। अब चीन अपने स्कूलों में अंग्रेजी बैन करने के प्लान पर काम कर रही है।
चीन की सरकार अब बच्चों को ग्लोबल लैंग्वेज अंग्रेजी से दूर रखना चाहती है। चीन के स्कूलों में अंग्रेजी को एक तरह से बैन करने की तैयारी चल रही है। चीन की राष्ट्रीय सलाहकार समिति के एक सदस्य द्वारा प्राथमिक तथा माध्यमिक स्कूलों में अंग्रेजी को मुख्य विषय से हटाने का प्रस्ताव दिया गया है। इस प्रस्ताव को लेकर देश में इन दिनों काफी तीखी बहस शुरू हो गई है। ज्यादातर लोगों का कहना है कि अंग्रेजी भाषा को स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम से हटाया नहीं जाना चाहिए क्योंकि इससे अन्य देशों के साथ चीन के बच्चे कंपिटीशन में पिछड़ जाएंगे और उनमें क्षमता विकसित नहीं होगी।
गौरतलब है कि चीन में सरकार के समर्थन से स्कूलों और कालेजों ने बीस साल से अंग्रेजी पढ़ाना अनिवार्य कर दिया है। इस वजह से मंदारिन भाषी देश चीन में अंग्रेजी को महत्व काफी बढ़ गया है और ये बात अब कम्युनिस्ट सरकार को पसंद नहीं आ रही है। पार्टी की भावना को देखते हुए ही चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के सेंट्रल कमेटी के सदस्य शु जिन ने अपने प्रस्ताव में कहा है कि अंग्रेजी को चीनी और गणित जैसे विषयों की तरह मुख्य विषय के रूप में नहीं पढ़ाना जाना चाहिए।