पुरषोत्तम पात्र, गरियाबंद। जैसे-जैसे जंगल का विनाश होते जा रहा है, वैसे-वैसे जानवर अपने आशियाना खोजते बस्ती में आने लगे है. बीते कुछ दिनों से दो हाथी गरियाबंद में उत्पात मचा रहा है. इससे ग्रामीण हलाकान व परेशान है. वहीं वन विभाग हाथियों को संभालने में जुटा है.

हाथी लगातार अपना ठिकाना बदल रहे है, जिससे वन अमले की चिंता और बढ़ती जा रही है. गुरूवार की रात इन्हीं दोनो हाथियों ने फिंगेश्वर शहर में घुस गया था. हाथियों ने दो घंटे फिंगेश्वर शहर में उत्पात मचाया. इस दौरान वह धान संग्रहण केंद्र में भी घुसा, उसके बाद शहर से होते हुए सरकड़ा, बिडोरा गांव की तरफ बढ़ गया. फिलहाल हाथियों की लोकेशन खुरसा गांव के आसपास बताई जा रही है. बीते दिनों इसी हाथी दल ने कुंडेल धान संग्रहण केंद्र के एक चौकीदार को कुचलकर मार दिया था.

फिंगेश्वर वन परिक्षेत्र प्रभारी तिवारी ने हाथियों के बारे में अधिक जानकारी देते हुए बताया कि दो हाथियों का दल क्षेत्र में विचरण कर रहा है. गुरूवार की रात दोनों हाथी तकरीबन 12 बजे फिंगेश्वर पहुंचे और दो घंटे रहे. इस दौरान वे धान संग्रहण केंद्र में घुसे. इसके बाद दोनो हाथी सूखा नदी के रास्ते बिडोरा और सरकड़ा गांव की तरफ निकल गए. ग्रामीणों के शोर-शराबा करने के कारण हाथी दोबरा वापिस मुड़ गए और खुरसा की तरफ बढ़ गए. फिलहाल दोनो हाथी यही डेरा जमाए हुए है.

तिवारी ने बताया कि वन अमला हाथियों की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है. क्षेत्र के लोगो को भी सचेत कर दिया गया है. ग्रामीणों को अकेले जंगल जाने से मना किया गया है. इसके अलावा हाथियों से दूरी बनाए रखने की भी हिदायत दी गयी है. जानकारी के मुताबिक बिडोरा और सरकड़ा गांव में हाथियों के पहुंचने से लोग दहशत में आ गए है.

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