दरअसल, कांग्रेस द्वारा किए गए फेरबदल में वह पश्चिम बंगाल के सांसद और सीनियर लीडर अधीर रंजन चौधरी की जगह लेंगे। कांग्रेस की तरफ से इस फैसले की जानकारी दी गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि अगले दो महीने तक लोकसभा में कांग्रेस के नेता विपक्ष अधीर रंजन चौधरी पश्चिम बंगाल में होने वाले चुनाव प्रचार में बेहद व्यस्त रहेंगे। ऐसे में उनकी जगह पर यह जिम्मेदारी रवनीत बिट्टू को देने का फैसला लिया गया है।
गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी पश्चिम बंगाल की कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष भी हैं। अब संसद के बजट सत्र में पार्टी की ओर से मुद्दों को उठाने की जिम्मेदारी बिट्टू की होगी। तीसरी बार लोकसभा सांसद चुने गए रवनीत बिट्टू पहली बार आनंदपुर साहिब सीट से सांसद चुने गए थे। इसके बाद लुधियाना से 2014 में जीते थे। यही नहीं 2019 में भी वह लुधियाना सीट से ही चुने गए हैं। रवनीत सिंह पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते हैं। जिनकी 1995 में हत्या कर दी गई थी। पिछले साल अगस्त में ही उन्हें लोकसभा में कांग्रेस का व्हिप नियुक्त किया गया था। उन्हें राहुल गांधी का विश्वासपात्र माना जाता है।