रायपुर। मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि मेरे बेटे ने जो भी संपत्ति खरीदी है, वो विधिवत और न्यायसंगत है. आदिवासी की ज़मीन आदिवासी खरीद सकता है. इसमें आपत्तिजनक कुछ भी नहीं है. विक्रेताओं के नाम विशेष संरक्षित जनजातियों की सूची में नहीं है. कलेक्टोरेट में इसकी सूची लगी हुई है. संपत्ति की खरीदी भी बैंक खातों के ज़रिए हुआ है. इसलिए इसमें किसी प्रकार की अनियमितता का सवाल ही नहीं उठता.

उन्होंने आगे कहा कि हमने कह दिया है कि ज़मीन हम उन्हें वापस कर देंगे. हमें किसी प्रकार का विवाद नहीं चाहिए. जिस तरह हमने पैसे विक्रेताओं के अकाउंट में दिए थे, वैसे ही हमारे अकाउंट में जैसे ही राशि आएगी. हम उन्हें ज़मीन वापस कर देंगे. यह प्रक्रियाधीन है.

इसे भी पढ़ें- छग सरकार की बड़ी उपलब्धि: ’गोधन न्याय योजना’ को मिला स्कॉच गोल्ड अवार्ड 

कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने इस मामले में भाजपा पर करारा वार करते हुए कहा कि भाजपा के कुछ नेताओं ने भी आदिवासी व विशेष संरक्षित आदिवासियों की ज़मीन खरीदी है, उसे वापस करें.

अमरजीत भगत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के साथियों को मेरी खुली चुनौती है, उनके लोगों ने जो ज़मीन आदिवासियों से ली है, उसे वापस करने की घोषणा करें. अगर उनमें थोड़ी भी नैतिकता है तो वो भी 100-150 एकड़ ज़मीन वापस करेंगे जो उन्होंने विशेष संरक्षित जनजातियों से खरीदी है.

अगर उनके पास सूची नहीं है, तो हम उपलब्ध करवा देंगे. हम भी भारतीय नागरिक हैं, कोई पाकिस्तान या बांग्लादेश के नहीं. जो नियम सब पर लागू होता है, वो हमारे परिवार पर लागू होता है. भाजपा के साथियों पर भी लागू होता है.