बालाघाट. जिले के किरनापुर में पदस्थ एक शिक्षक के व्यवहार और कार्यशैली से नाराज छात्र-छात्राओं ने गुरुवार को मोर्चा दिया. नाराज विद्यार्थियों ने विद्यालय के गेट के सामने टायर जलाकर शिक्षक के विरुद्ध जमकर नारेबाजी कर विरोध जताया. मौके पर विभाग के अधिकारी और पुलिस की उपस्थिति में शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन के बाद विद्यार्थियों का आक्रोश शांत हुआ.

नंबर देने पर लड़के और लड़कियों में भेदभाव का आरोप

किरनापुर के उत्कृष्ट विद्यालय के नवमीं से बाहरवीं तक के सैकड़ों छात्र-छत्राओं ने प्रायोगिक शिक्षक सतीश तारन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. वे सभी शिक्षक के व्यवहार और कार्यशैली से पिछले एक साल से नाराज चल रहे थे. छात्रों ने आरोप लगाते हुये बताया कि शिक्षक सतीश तारन द्वारा लड़कियों और लड़कों में भेदभाव कर प्रायोगिक परीक्षा के अंक दिए जा रहे थे. लड़कों को बेवजह मारना और लड़कियों से अशोभनीय व्यवहार किया जाता है. इस तरह की हरकतों से परेशान विद्यालय के समस्त छात्र-छात्राओं ने आज उत्कृष्ट विद्यालय के गेट के सामने टायर जलाकर नारेबाजी की. शिक्षक सतीश तारन की बर्खास्तगी और हटाये जाने की मांग पर अड़े रहे.

शिक्षक को बालाघाट अटैच करने का आश्वासन

विद्यार्थियों द्वारा विरोध प्रदर्शन मामले की गम्भीरता को समझते हुए मौके पर थाना प्रभारी अपने दल बल के साथ पहुंचे. उनके समझाने पर भी छात्र-छात्राएं मानने को तैयार नहीं हुए. इस पूरे मामले की जानकारी लगते ही पूर्व विधायक रमेश भटेरे और एसडीएम निकिता मंडलोई, बालाघाट जिला शिक्षा अधिकारी पीआर मेश्राम स्कूल पहुंचे. काफी देर तक मान मनौव्वल कर छात्रों को समझाइश देकर मामले को शांत कराया गया. जिला शिक्षा अधिकारी ने शिक्षक सतीश तारन पर कार्रवाई करते हुए आज ही बालाघाट अटैच करने का आश्वासन दिया गया.