लखनऊ। प्रदेश के हर एक बुजुर्ग को सरकार की स्वर्णिम योजनाओं और सुविधाओं का लाभ मिल सके इसके लिए योगी सरकार संकल्पबद्ध हैं. योगी सरकार ने 51.21 लाख से अधिक बुजुर्गों को वृद्धावस्था पेंशन देकर एक नया कीर्तिमान बनाया है. योगी सरकार के सत्ता में आने के बाद महज तीन सालों में योजना से लाभ लेने वालों की संख्या में करीब तीन गुना वृद्धि हुई है. वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत 60 साल से अधिक गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे ऐसे वृद्धाजन जिनकी वार्षिक आय शहरी क्षेत्र में 56460 और ग्रामीण क्षेत्र में 46080 तक है उनको इस योजना के तहत लाभान्वित किया जा रहा है.
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वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत अब तक लगभग 51.21 लाख से अधिक बुजुर्गों को पेंशन की सुविधा दी जा चुकी है. पेंशन योजना के तहत योगी सरकार ने प्रदेश के लगभग 14, 68,847 नए पेंशनरों को लाभान्वित किया है. योजना से जुड़ने के बाद बुजुर्गों को अब 500 रुपए प्रतिमाह मिल रहा है. साल 2017 के पहले जहां प्रदेश के बुजुर्गों को 300 से 400 रुपए की धनराशि मिलती थी, वहीं योगी सरकार ने उसे बढ़ाकर 500 रुपए किया है. इस मद में जहां पहले लगभग सरकार के 1500 करोड़ खर्च होते थे, वहीं नए पेंशन धारकों के जुड़ने से यह राशि दोगुनी हो गई है. अब योगी सरकार 3694.44 करोड़ रुपए खर्च कर रही है.
महामारी के दौरान दी गई 1000 की अतिरिक्त सहायता राशि
कोरोना महामारी के चलते पेंशनधारकों की आर्थिक समस्या दूर करने के लिए हर बुजुर्ग को योगी सरकार ने एक एक हजार रुपए की अतिरिक्त सहायता राशि वितरित की. जिसमें राज्य सरकार की ओर से 500 करोड़ का व्यय किया गया. साल 2016-2017 में वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत 36.53 लाख लाभार्थी थे. वहीं साल 2020-2021 में लाभार्थियों की संख्या बढ़कर 51.21 लाख हो गई है. इस तरह से साल 2017 के सापेक्ष में 40.20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
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