मुंबई. फिल्मी दुनिया में सितारों को कई बार आपने नेता-मंत्री का किरदार निभाते देखा होगा. बॉलीवुड में बहुत सी ऐसी फिल्में हैं, जिसमें राजनीति से जुड़ी कहानियां दिखाई गई है. लेकिन असल जिंदगी में भी कई ऐसे सितारे हैं, जिन्होंने राजनीति की दुनिया में एंट्री कर अच्छा मुकाम हासिल किया है.
बता दें कि सिर्फ बॉलीवुड नहीं बल्कि दक्षिण भारत सिनेमा के भी कई सितारे राजनीति में अपना दमखम दिखा चुके हैं, कुछ सितारे तो अभी भी राजनीति में सक्रिय हैं. वहीं कुछ सितारे अभी भी पार्टियों से जुड़ रहे हैं. हम आपको उन सितारों से अवगत कराते हैं, जिन्होंने फिल्मों के अलावा राजनीति में भी अपनी किस्मत आजमाई है.
शबाना आजमी
कैफी आजमी की बेटी और बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री शबाना आजमी ने 1997 में राज्य सभा में प्रवेश किया और साल 2003 तक वो उच्च सदन की सदस्य रहीं है.
अमिताभ बच्चन
बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन भी राजनीति में अपनी किस्मत आजमा चुके हैं. साल 1984 में बिग बी ने इलाहाबाद सीट से कांग्रेस के टिकट पर लोक सभा का चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में उन्हें भारी मतों से विजय प्राप्त हुई थी. हालांकि, उन्होंने 3 साल बाद सांसद पद से इस्तीफा दे दिया था, क्योंकि उनका मानना था कि राजनीति उनके बस की नहीं है.
राजेश खन्ना
बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना ने 1991 में कांग्रेस की तरफ से दिल्ली सीट से बीजेपी नेता एलके आडवाणी के खिलाफ चुनाव लड़ा था. हालांकि इस चुनाव में उनकी हार हो गई थी. लेकिन उप-चुनाव में आडवाणी पर चुनाव में धोखेबाजी का आरोप लगा. जिससे राजेश खन्ना को जीत मिली. हालांकि उन्होंने चुनाव में हिस्सा नहीं लिया.
विनोद खन्ना
बॉलीवुड के दिग्गज सितारे विनोद खन्ना ने 1997 में बीजेपी का हाथ थाम लिया था. जिसके एक साल बाद उन्होंने पंजाब के गुरदासपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ा था. जिसमें उन्हें भारी बहुमत से जीत भी मिली थी. विनोद खन्ना ने वाजपेयी कैबिनेट में कल्चर और टूरिज्म केंद्रिय मंत्री का पदभार संभाला था.
धर्मेंद्र
हिंदी सिनेमा के हीमैन और हैंडसम हीरो धर्मेंद्र भी बीजेपी में शामिल हुए थे. उन्होंने राजस्थान के बीकानेर सीट से आम चुनाव जीता था और वहां के सांसद भी चुने गए थे. हालांकि वो राजनीति में बहुत सक्रिय नहीं रह पाए क्योंकि वो अक्सर फिल्मों की शूटिंग में व्यस्त रहते थे.
जया बच्चन
बॉलीवुड फिल्मों में अपनी अदाकारी का लोहा मनवाने वाली जया बच्चन फिल्मों के बाद उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी में शामिल हो गईं थीं. लंबे समय तक इस पार्टी से जुड़े रहने के बाद, उन्होंने राज्यसभा सदस्य के तौर पर उन्होंने राज्यसभा में एंट्री ली और फिल्मों की तरह राजनीति में भी जया बच्चन सफल पारी खेल रही हैं.
चिरंजीवी
टॉलीवुड के मेगास्टार चिरंजीवी ने आंध्र प्रदेश में ‘प्रजा राज्यम’ पार्टी बनाकर राजनीति में प्रवेश किया था. 2009 के आंध्र प्रदेश चुनावों में चिरंजीवी ने अपने पैतृक स्थानों पलाकोल्लू और तिरुपति से चुनाव लड़ा था. बाद में उनकी प्रजा राज्यम पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में विलय हो गई. वो भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के लिए स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री बनें.
जया प्रदा
बॉलीवुड अभिनेत्री जया प्रदा ने तेलुगू देशम पार्टी से अपने राजनीति करियर की शुरूआत की थी. साल 2004 में जया प्रदा उत्तरप्रदेश की समाजवादी पार्टी में शामिल हो गईं और रामपुर से उन्होंने सपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा. जया प्रदा साल 2004 से लेकर 2014 तक सपा के टिकट पर रामपुर से सांसद भी रहीं. इसके बाद जया ने आरएलडी जॉइन कर ली और 2014 के लोकसभा चुनाव में बिजनौर से उम्मीदवारी पेश की. हालांकि, वो इस सीट से जीत नहीं पाईं. इसके बाद वो 2019 में बीजेपी में शामिल हुईं, लेकिन इस बार भी उन्हें जीत नहीं मिली.
गोविंदा
बॉलीवुड के हीरो नं 1 अभिनेता गोविंदा ने मुंबई की नॉर्थ सीट से कांग्रेस की टिकट पर साल 2004 में चुनाव लड़ा था. वो साल 2008 तक सांसद रहे, लेकिन उन्होंने बाद में संसद से इस्तीफा दे दिया.
एस एस राजेंद्रन
राजेंद्रन पहले ऐसे तमिल अभिनेता थे. जिन्होंने राजनीति में एंट्री की थी. वो डीएमके पार्टी के फाउंडिंग मेंबर थे.
ईशा कोप्पिकर
हिंदी सिनेमा में खल्लास गर्ल के नाम से मशहूर अभिनेत्री ईशा कोप्पिकर ने 27 जनवरी 2019 में राजनीति सफर की शुरूआत की. केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी का हाथ थामा. जिसके बाद भाजपा की महिला परिवहन विंग की कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है.
सनी देओल
अपने अभिनय से गदर मचाने वाले सनी देओल अपने पिता धर्मेंद्र और सौतेली मां हेमा मालिनी की तरह राजनीति में उतर चुके हैं. उन्होंने बीजेपी का हाथ थामा और गुरदासपुर सीट से चुनाव मैदान में उतरे.
नुसरत जहां
नुसरत फिल्मों से राजनीति में प्रवेश कर चुकी हैं. लोकसभा में अपने भाषणों के चलते सुर्खियों में रहने वाली नुसरत बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले की बशीरहाट सीट से 2019 में चुनाव लड़ी थीं. नुसरत जहां त्रिणमूल कांग्रेस की सांसद हैं.
उर्मिला मातोंडकर
बॉलीवुड अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर ने लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस का हाथ थामा था. लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद वो शिवसेना पार्टी में शामिल हो गईं थीं. कांग्रेस ने उत्तरी मुंबई सीट से लोकसभा चुनाव में उर्मिला को अपना उम्मीदवार चुना था, लेकिन उन्हें चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था.
जयललिता
जयललिता ने तमिल, तेलुगू, और हिंदी फिल्मों में काम किया था. सफल फिल्मी करियर बनाने के बाद जयललिता ने 1982 भारतीय राजनीति में प्रवेश किया. वो दक्षिण भारतीय राजनैतिक दल ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम की महासचिव थीं. इससे पहले वो 1991 से 96, 2001 में, 2002 से 2006 तक, 2011 से 2014 तक तमिलनाडु की मुख्यमंत्री रहीं थीं.
एमजीआर
दक्षिण सिनेमा के सबसे बड़े सितारों में से एक एम जी रामचंद्रन. जिन्हें एमजीआर भी कहते थे, किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री बनने वाले पहले अभिनेता थे. पर्दे पर उनकी जोड़ी जयललिता के साथ काफी हिट थी. वहीं राजनीति में भी दोनों का दमखम देखने को मिला था. तमिल फिल्मों में धमाल मचाने वाले एमजीआर ने बाद में राजनीति में प्रवेश किया और तीन बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री बने. एमजीआर एआईडीएमके पार्टी का संस्थापक थे.
सुनील दत्त
हिंदी सिनेमा के दिग्गज कलाकार सुनील दत्त ने भी 1984 में कांग्रेस पार्टी का हाथ थाम लिया था. उन्होंने कांग्रेस पार्टी के टिकट पर मुंबई के उत्तर पश्चिम लोक सभा सीट से चुनाव जीता और सांसद बने. मनमोहन सिंह की सरकार में वो साल 2004 से 2005 तक खेल और युवा मामलों के कैबिनेट मंत्री थे.
स्मृति ईरानी
छोटे पर्दे की आदर्श बहू का किरदार निभाने वाली स्मृति ईरानी ने साल 2003 में राजनीति में प्रवेश कर बीजेपी पार्टी में शामिल हुईं थीं. वो गुजरात से राज्यसभा सांसद चुनी गई थीं. साल 2010 में जब नितिन गडकरी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने तो स्मृति ईरानी को पार्टी के राष्ट्रीय मोर्चे की कमान दे दी गई. आज स्मृति ईरानी केंद्र सरकार में कपड़ा मंत्री हैं. इससे पूर्व वो मानव संसाधन विकास मंत्री भी रह चुकी हैं.
पवन कल्याण
चिंरजीवी के छोटे भाई और तमिल सिनेमा के मशहूर अभिनेता पवन कल्याण ने भी राजनीति में प्रवेश किया था. उन्होंने साल 2014 में जन सेना पार्टी की स्थापना कर राजनीति में एंट्री की थी. वे राजनीतिक करियर के दौरान सर्च इंजन पर सबसे ज्यादा सर्च किए जाने वाले भारतीय हस्ती थे.
विजयकांत
तमिल सिनेमा के मशहूर कलाकार विजयकांत ने साल 2005 में मदुरई में अपनी राजनैतिक पार्टी देसीय मुरपोक्कु द्रविड़ कड़गम की स्थापना की आधिकारिक घोषणा की थी. इनकी पार्टी ने साल 2006 में हुए विधानसभा चुनानों में सभी निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ा जिनमें केवल विजयकांत को सफलता मिली थी. साल 2011 अप्रैल में हुए चुनावों में अखिल भारतीय द्रविड़ मुनेत्र कड़गम के साथ गठबंधन सरकार का निर्माण कर 41 निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ा. जिनमें 29 सीटों पर पार्टी को जीत मिली थी।
राम्या
अपने स्टेज नाम से मशहूर राम्या यानी दिव्या स्पंदना कन्नड़ फिल्मों के अलावा तमिल और तेलुगू फिल्मों में भी नजर आ चुकी हैं. सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्मफेयर अवॉर्ड जीतने वाली राम्या ने साल 2013 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य के रुप में कर्नाटक में मांड्या निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव जीतकर राजनीति में कदम रखा था.
कमल हासन
दक्षिण भारतीय सिनेमा और बॉलीवुड फिल्मों के दिग्गज अभिनेता कमल हासन ने 21 फरवरी 2018 को मक्कल निधि मैयम पार्टी की स्थापना की थी. इसके साथ ही उनकी राजनीति में एंट्री हुई थी. उनकी पार्टी ने एक जनता के लिए मोबाइल विह्सलब्लोअर एपलीकेशन लॉन्च किया, जिसका नाम मैयम व्हिसल है, हासन कोयम्बटूर से चुनाव लड़ने वाले हैं.