उज्जैन। महाकाल मंदिर क्षेत्र के बेगमबाग इलाके में किए गए अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई सोमवार को देर शाम शुरू कर दी गई है. जिले के आधिकरियो संग पहुंची टीम ने दो मकानों को जमींदोज किया. सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार कुल 154 मकान हटाये जाने हैं. इस क्षेत्र के अधिकांश रहवासियो द्वारा विस्थापन पैकेज पर सहमति व्यक्त की गई है, बावजूद उसके हंगामे से सख्ती से निपटने के लिए कलेक्टर ने अधिकारियों को आदेश दिए हैं.
कलेक्टर आशीष सिंह की ओर से जारी आदेश में शेष रहे मकानों के मालिकों से 7 दिन की अवधि में स्वयं अतिक्रमण वाले अपने मकान हटाने के लिए कहा गया है. बाधा उत्पन्न करने पर किसी को नहीं बख्शा जाएगा. जिलाबदर, रासुका व शासकीय कार्य मे बाधा का केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी. कुल मिलाकर 15 दिन में 154 अवैध मकान हटाये जायंगे.
जिला कलेक्टर आशीष सिंह ने मीडिया से चर्चा कर कहा कि कुल 154 क्षेत्र में मकान हैं, जिनको हटाने की कार्रवाई आज से शुरू कर दी गई है. आज टीम ने दो मकान गिराए हैं. ज्यादा से ज्यादा 10-12 दिन में कार्रवाई पूरी की जाएगी. इस दौरान कोई विवाद जैसी स्थिति नहीं है, सभी की सहमति से ही कार्रवाई की जा रही है. कोई व्यवधान उत्पन्न करता है तो उस पर कड़ी से कड़ी कार्यवाई की जाएगी. मुआवजे के तौर पर सबको 3 लाख रुपये दिए जाने हैं.
दरअसल, शहर के थाना महाकाल क्षेत्र अंतर्गत बेगमबाग इलाके में सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार क्षेत्र के विस्तारीकरण को लेकर 500 मीटर में आने वाले तमाम अतिक्रमण को हटाने के जिला प्रशासन को आदेश है, साथ ही प्रत्येक मकान मालिक को जब तक दूसरी जगह मकान नहीं दिया जाता, तब तक 3000 रुपए मासिक किराया देने का भी आदेश है.
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बता दे महाकाल मंदिर क्षेत्र का यह वही एरिया जहां से विगत दिनों राम भक्तों पर पत्थराव किये गए थे, और खूब तनाव पूर्ण स्थिति बनी थी. करीब 3 दिन बाद मामला शांत हुआ था, आने वाले समय में भी जब इनके मकानों को ध्वस्त किया जाएगा. तो स्थिति नियंत्रण से बाहर जाने की संभावना है, जिसका जिक्र खुद कलेक्टर आशीष सिंह कर रहे हैं.