रायपुर। जेल बंद रिहाई समिति ने बीजापुर के तरैम में शनिवार को मुठभेड़ के दौरान पकड़े गए सीआरपीएफ जवान राजेश्वर सिंह मन्हास को रिहा करने की माओवादियों से अपील की है. समिति की ओर से कहा गया कि जवान की वापसी में देरी होने पर 7 अप्रैल को टीम गठित कर जंगल में जाकर माओवादियों से मुलाकात करेंगे.

जेल बंद रिहाई समिति की ओर से सुजीत कर्मा और सोनी सोरी द्वारा जारी विज्ञप्ति में बीजापुर के तरैम में शनिवार नक्सलियों और सुरक्षा बालों के बीच मुठभेड़ को मन को विचलित कर देने वाली खबर करार देते हुए शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की. साथ ही कहा कि हम सदैव से ही हिंसा के विरोधी रहे हैं, चाहे हिंसा किसी भी तरफ से क्यों न किया जाए.

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समिति ने कहा कि वे न ही हरे और काले रंग के कपड़ों वाले वर्दी का समर्थन करते हैं न ही हम खाकी और दूसरे प्रकार के वर्दी का समर्थन करते हैं. और न ही किसी रंग के वर्दी का विरोध करते हैं. जाने तो दोनो तराफो से गई हैं, इसलिए मानवता और इंसानियत के नाते हम माओवाद से उनके पास मौजूद सीआरपीएफ के जवान को सकुशल रिहा करने की मांग की है.

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