लखनऊ। मुख्यमंत्री के निर्देश पर पिछले पांच माह में चलाए गए मिशन शक्ति अभियान के दौरान महिला एवं बाल अपराधों में प्रभावी अभियोजन के माध्यम से अपराधियों को अधिकतम सजा दिलाने की दिशा में बड़ी सफलता मिली है. प्रदेश में पांच महीनों के भीतर 12 अपराधियों को फांसी की सजा मिली है.

अपर मुख्य सचिव गृह, अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया है कि विगत 17 अक्टूबर, 2020 से इस वर्ष 24 मार्च तक लगभग पांच माह से अधिक की अवधि में अभियोजन विभाग ने प्रभावी पैरवी के फलस्वरूप एक दर्जन अभियुक्तों को मृत्यु दंड की और 456 अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा दिलाने में सफलता प्राप्त की गई है.

414 अपराधियों को दस साल से अधिक का कारावास

अवस्थी ने बताया कि उक्त अवधि में अभियोजन विभाग को 414 अपराधियों को दस वर्ष और उससे अधिक का कारावास और 1178 अभियुक्तों को दस वर्ष से कम के कारावास की सजा प्रभावी पैरवी के माध्यम से दिलाने में सफलता प्राप्त हुई है. इसके अलावा 503 अभियुक्तों को अर्थदंड दिलाने में भी सफलता मिली है.

9881 अभियुक्तों की जमानत खारिज

अपर पुलिस महानिदेशक, अभियोजन, आशुतोष पाण्डेय ने बताया कि उक्त अवधि में 1580 अभियुक्तों को जिला बदर भी कराया गया है और 9881 अभियुक्तों की जमानत खारिज कराने में भी कामयाबी मिली है. अभियान के दौरान बलात्कार सहित हत्या के ऐसे मामले जो विरले थे, उनमे प्रभावी अभियोजन ने जनपद हापुड़, हाथरस, रायबरेली, बांदा, गाजियाबाद, हरदोई, जौनपुर, सुलतानपुर व बुलन्दशहर में विभिन्न अभियोगों में 12 अभियुक्तों को फांसी की सजा से दण्डित कराया है.

जघन्य अपराध पर मृत्युदंड

शासन ने निर्देश दिए कि बलात्कार सहित हत्या के मामलों में ऐसे मामले जो विरले से विरले पाए जाए, अभियोजन विभाग उनमें मृत्युदंड की सजा सुनिश्चित कराने के हर संभव प्रयास करे ताकि अपराधियों के बीच यह संदेश स्पष्ट और मुखर रूप से पहुंचे कि यदि ऐसा जघन्य अपराध किया जायेगा तो उन्हें प्रत्येक दशा में मृत्युदंड ही मिलेगा. अपर पुलिस महानिदेशक, अभियोजन ने जानकारी दी कि अभियान के दौरान विभिन्न संवेदनशील प्रकरणों में तथा ऐसे मामलों में जिन्होंने समाज की आत्मा को झकझोर कर रख दिया था, उनमें अभियोजन द्वारा प्रभावी पैरवी कर अभियुक्तों को कठोर सजा कराई गई.

इसे भी पढ़ें – मुख्तार अंसारी को लेकर यूपी की सीमा में दाखिल हुई पुलिस, काफिले की बढ़ी रफ्तार

कई दोषियों को आजीवन कारावास

आशुतोष पांडेय ने बताया कि जनपद अलीगढ़ के थाना इगलास के अंतर्गत एक मामले मे जहां एक बच्ची को अगवा किया गया था और मामला 11 साल से लंबित था. इसमें अभियोजन ने तीनों दोषियों को उम्रकैद की सजा से दंडित कराया. उन्होंने यह भी बताया कि मिशन शक्ति अभियान के दौरान हत्या सहित दुष्कर्म करने वाले मुंहबोले चाचा का मामला हो या नैतिक पतन की पराकाष्ठा करते हुए अयोध्या के हैदरगंज थाना क्षेत्र में दुराचार करने वाले पिता को दंडित कराने का मामला हो, अभियोजन ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए दोषियों को आजीवन कारावास से दंडित कराया.