रायपुर। लोकसभा सांसद सुनील कुमार सोनी ने बुधवार को संसदीय कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने निरंकुषता की सारी हदें पार कर दी हैं, प्रदेश की जनता इलाज के लिए भटक रही है और प्रतिदिन हजारों की संख्या में संक्रमण फैलता ही जा रहा है. छत्तीसगढ़ के अंदर मैच करवाकर मुख्यमंत्री असम में चुनावी दौरे पर थे, बीजापुर की नक्सली घटना के कारण 2 दिन पहले ही वापस आए हैं. कोरोना का संक्रमण दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है, सरकार कहां है? सरकार क्या कर रही है? प्रदेश की जनता की सुध लेने वाला कोई है कि नहीं?

उन्होंने कहा कि लोकसभा अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में लगातार वेक्सिन सेंटर का दौरा कर रहा हूं, प्रतिदिन कम से कम 4-5 टीकाकरण केन्द्रों में जाकर व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी और लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है. साथ ही टीकाकरण केन्द्रों की व्यवस्था, सावधानी और कोविड के दिशा-निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया जा रहा है. सांसद सोनी ने कहा कि छत्तीसगढ़ से लगे राज्य मध्यप्रदेश में प्रतिदिन संक्रमण की संख्या यहां से आधी है, लेकिन मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री सड़क पर जनता के बीच दिख रहे हैं और लगातार लोगों को जागरूक कर रहे हैं, बेड की व्यवस्था, वेन्टीलेटर की व्यवस्था कर रहे हैं. हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री क्या कर रहे हैं, वे जनता के बीच कब दिखेंगे और लोगों को कब आश्वस्त करेंगे कि प्रदेश सरकार, आम जनता के लिए बेड, वेन्टीलेटर और आईसीयू सेंटर की व्यवस्था करेगी. प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल इलेक्ट्रिॉनिक मीडिया या प्रिंट मीडिया में आकर बताएं कि वे क्या कर रहे हैं और व्यवस्थाओं के संबंध में प्रदेशवासियों को आश्वस्त करें.

उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि जिन प्रदेशों में छत्तीसगढ़ से कई गुना ज्यादा आबादी है, वहां की तुलना में कम आबादी के बावजूद संक्रमण की स्थिति छत्तीसगढ़ में उनसे ज्यादा है. सरकार को जल्दी से जल्दी अधिक से अधिक बेड और अस्पताल बनाने चाहिए. लोगों को लगे कि यहां सरकार नाम की कोई चीज है, लेकिन यहां  तो सरकार हाथ पर हाथ रखे बैठी है. उन्होंने कहा कि सरकार की निरंकुशता के चलते लोग लाचार और मजबूर हो चुके हैं. राजधानी में लॉकडाउन कोई विकल्प नहीं है.

मैं पूछना चाहता हूं राज्य सरकार से कि क्या लॉकडाउन से लोगों को राहत मिल जायेगी? लॉकडाउन से गरीब लोगों की नौकरी जाएगी, रोजी-रोटी नहीं मिलेगी, सरकार ने इसकी क्या व्यवस्था की है? जो लोग बेसहारा हो जाएंगे, सरकार ने उनकी क्या तैयारी की है? सरकार बताए कि वह क्या कर रही है? और लोगों को आश्वस्त करें. सरकार लॉकडाउन अवश्य करे, हमारा कोई विरोध नहीं है, लेकिन व्यवस्थित ढंग से करें ताकि प्रदेश की जनता को किसी प्रकार की समस्या न हो. सवाल व्यवस्था का है, जो सरकार की जवाबदारी है.

उन्होंने कहा कि एक सांसद होने के नाते मैनें लगातार केन्द्रीय स्तर पर प्रदेशहित में बातों को रखा है, केन्द्र सरकार ने मुफ्त वैक्सिन प्रदान की है, लेकिन मुख्यमंत्री और स्वास्थ्यमंत्री ने प्रधानमंत्री की फोटो न लगाकर, उन्हें धन्यवाद ज्ञापित करने की बजाय खुद की फोटो की राजनीति की है. सस्ती लोकप्रियता के चलते सरकार आज खुद कटघरे में है. प्रदेश में जनता की सुध लेने की जगह भूपेश सरकार पोस्टर की राजनीति कर रही है. प्रदेश की जनता को फ्री में वेक्सिन केन्द्र की मोदी सरकार दे रही है. वेक्सिन की कोई कमी नहीं है, लेकिन राज्य सरकार ने वेक्सिन को लेकर भ्रम पैदा किया. सस्ती राजनीति की और मैच का आयोजन कराकर संक्रमण की ओर ही धकेल दिया. राजधानी में बेताहाशा कोरोना संक्रमण फैलने के लिए राज्य की सरकार ही जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत हो चुका है कि सरकार ने अपने आपको असहाय घोषित कर दिया है. प्रदेश सरकार से मेरा आग्रह है कि सरकार सकारात्मक पहल पर ध्यान दें, संयमित भाषा का उपयोग करें और कोरोना कालखंड में दलगत राजनीति से उपर उठकर प्रदेशवासियों की चिंता करें.

सोनी ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं से सेवा का संकल्प लेकर प्रदेश की जनता के हित में कार्य करने की अपील की है और कहा है कि प्रधानमंत्री के आव्हान पर छत्तीसगढ़ प्रदेश के भाजपा कार्यकर्ता प्रदेश के कोने-कोने में अपने मानवीय दायित्वों को ध्यान में रखते हुए सेवा का संकल्प लेकर कार्य करें.