रायपुर. द्वारिका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का ज्योतिषपीठ के भी शंकराचार्य के रूप में विगत दिनों में उनके तपोभूमि परमहंसी गंगा आश्रम में स्थित भगवती राजराजेश्वरी मंदिर में पूरे विधि और विधान सम्मत सम्पन्न हुआ. इसकी जानकारी रायपुर स्थित शंकराचार्य आश्रम के प्रमुख ब्रह्मचारी डॉ इंदुभावनन्द ने दी. उन्होंने बताया कि बनारस से भारत धर्म मंडल एवं काशी विद्वत परिषद के सदस्यों ने देश के तीर्थ स्थलों और मानसरोवर से लाये जल से स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का अभिषेक किया. भारत धर्म मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सत्यनारायण पांडेय, काशी विद्वत परिषद के उपाध्यक्ष वशिष्ठ त्रिपाठी, श्रृंगेरी के शंकराचार्य के प्रतिनिधि तथा महामंडलेश्वरों की ओर से रामकृष्णनंद ने स्वरूपनान्द सरस्वती का अभिषेक किया.
इस विशेष दिन तथा अभिषेक के अवसर पर दंडी स्वामी सदानंद सरस्वती, श्रीविद्या मठ बनारस के दंडी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती, ब्रह्मचारी डॉ इंदुभावनन्द महाराज, आचार्य अरविंद, गौतम मिश्रा, रत्नेश शुक्ला, महेंद्र तिवारी आदि उपस्थित थे. साथ ही साथ उनके सैकड़ों शिष्य, अनुयायी एवं भक्तगण अपने गुरुदेव के अभिषेक के साक्षी बने. भारत धर्म महामंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सत्यनारायण पांडेय ने बताया कि तीनों पीठों के शंकराचार्यों से विचार विमर्श कर 36 सदस्यीय समिति के 20 सदस्यों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया और ज्योतिष पीठ हेतु द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपनान्द सरस्वती को शंकराचार्य की जिम्मेदारी प्रदान की गई. रायपुर के शंकराचार्य आश्रम प्रमुख ब्रह्मचारी डॉ इंदुभावनन्द तथा शिष्य आचार्य धर्मेंद्र, एम.एल.पांडेय, डीपी तिवारी, रिद्धीपद, नरसिंह चंद्राकर, ज्योति नायर, मयंका पांडेय और संस्कृत विद्यालय के विद्यार्थियों एवं सोनू चंद्राकर, शैलू नंदा, हर्षित, आयुष्मान ने हर्ष व्यक्त किया और भगवती राजराजेश्वरी की विशेष पूजा अर्चना किये।