सत्यपाल सिंह,रायपुर। प्रदेश में कोरोना का टीका लगाने के लिए खोली गई वैक्सीन में से वेस्टेज टीके का प्रतिशत मात्र 1.36 है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह औसत 6.5 प्रतिशत है. भारत सरकार के इविन (eVIN) पोर्टल वह पोर्टल जिसमें कब, कहाँ और कितनी संख्या में टीकाकरण के लिए भेजी गई दवाइयों और उनकी उपलब्धता की जानकारी होती है. उसके अनुसार छत्तीसगढ़ में अब तक 51 लाख 25 हज़ार 640 कोरोना वैक्सीन की डोज़ का उपयोग किया गया है.

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टीका लगाने के पहले हितग्राही की जानकारी दर्ज की जाने वाले कोविन (COWIN) पोर्टल के अनुसार प्रदेश में अब तक पहला और दूसरा डोज मिलाकर कुल 50 लाख 55 हजार 698 डोज लगाए जा चुके हैं. पब्लिक डोमेन में मौजूद भारत सरकार के दोनों पोर्टलों, इविन और कोविन के तुलनात्मक अध्ययन से पता चलता है कि प्रदेश में कोरोना वैक्सीन के मात्र 69 हजार 942 डोज़ ही वेस्ट डोज़ की श्रेणी में आते हैं. यह राज्य में टीकाकरण के लिए खोले गए कुल वैक्सीन का केवल 1.36 प्रतिशत है. पीआईबी द्वारा विगत दिनों में जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार कोरोना वैक्सीन के वेस्टेज का राष्ट्रीय औसत 6.5 प्रतिशत है.

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टीके के एक वायल में कोविड शील्ड वैक्सीन में पांच मिलीलीटर व को-वैक्सीन में दस मिलीलीटर की दवाई होती है. जिसे प्रति व्यक्ति 0.5 मिलीलीटर के हिसाब से दस (कोविड शील्ड) व बीस (को-वैक्सीन) लोगों को लगाया जाता है. टीकाकरण की सेशन साइट पर वायल खुलने के बाद पर्याप्त संख्या में हितग्राही के न आने से कभी-कभी कुछ डोज़ खराब हो जाते हैं. वायल के खुलने के बाद अधिकतम चार घंटे के भीतर ही दवाई को उपयोग में लाया जा सकता है.

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