रायपुर. शिक्षाकर्मियों के उग्र आंदोलन से पुलिस और प्रशासन के हाथ-पांव फुल गये हैं. आख़िरकार आज रावणभाठा मैदान से धारा 144 हटाना पड़ गया. साथ ही एसडीएम ने रावणभाठा मैदान में पंडाल लगाने की भी अनुमति दे दी है. निर्धारित जगह पर शांतिपूर्वक आंदोलन करने के लिए लिखित अनुमति की प्रक्रिया चल रही है.
शिक्षक पंचायत नगरीय निकाय मोर्चा के प्रांतीय संचालक विकास सिंह राजपूत ने जानकारी दी है कि शिक्षाकर्मियों के आंदोलन जिस गति से रफ्तार पकड़ रही है उसे देखते हुए सरकार भी अब अपने रुख में नरमी दिखाने का प्रयास कर रही है. राजधानी में जब धरपकड़ के बाद भी शिक्षाकर्मी नहीं माने तब सरकार को रावणभाठा से धारा 144 हटाना पड़ा. अब शिक्षाकर्मी पंडाल लगाकर वहीं बैठ गए हैं और अपने तमाम साथियों को भो वहीं आने का आह्वान किया है.
सरकार का एक धड़ा यह मानता है कि शिक्षाकर्मियों को जितना प्रताड़ित किया जाएगा उतना ही उभरकर वे सामने आएंगे. ऐसे में राज्यभर की अधिकांश जनता की सहानुभूति उनसे जुड़ती चली जाएगी. इसलिए अब सरकार थोड़ा आगे बढ़कर उनसे बातचीत करने के लिए तैयार भी दिख रही है. जल्द ही कोई न कोई नया रास्ता ढूंढने की कवायद भी सरकारी स्तर पर तेज हो गई है.