रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज मेकाहारा अस्पताल में कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज भी लगवा लिया है. टीका लगवाने के बाद उन्होंने कहा कि अच्छा लग रहा है. दूसरा डोज़ लेने के बाद एक सुरक्षा कवच मिल जाता है. इसके बाद यदि संक्रमण का असर भी होगा, तो उसका प्रभाव कम होगा. क्योंकि एंटी बॉडी बनने लगता है. उन्होंने कहा कि राज्य की 80 फ़ीसदी आबादी का जब वैक्सीनेशन हो जाएगा, तब संक्रमण का फैलाव घट जाएगा.

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पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में एक अफ़वाह फैलाया जा रहा है कि इंजेक्शन लगने के बाद कुछ लोगों की मौत हो गई. इसकी वज़ह ग्रामीण इलाक़ों में लोगों में डर पैदा हो गया है. उन्होंने हाथ जोड़कर अपील की है कि वैक्सीन का कोई दुष्प्रभाव नहीं है. राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री ने टीका लगवा लिया है. हम सब लगवा रहे हैं. हमें भी अपने प्राणों की चिंता है. ये ग़लतफ़हमी फैलाई गई है. अफ़वाह से दूर रहिए.

80% वैक्सीनेशन होने से कम हो जाएंगे केस

उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से संक्रमण फैला है उसकी सुरक्षा का एक मात्र उपाय है कि राज्य में 80 फ़ीसदी से ज़्यादा आबादी जिस दिन वैक्सीनेशन हो जाएगी, उस दिन केसेज आने बंद हो जाएंगे. वैक्सिनेशन का लॉकडाउन से बहुत ज़्यादा असर नहीं होगा. ग्रामीण इलाक़ों में पंचायतों में वैक्सीन लगाई जा सकती है. लॉकडाउन का लाभ लेकर ज़्यादा से ज़्यादा वैक्सीन लगाने चाहिए.

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केंद्र के फैसले को माने राज्य – रमन सिंह

वैक्सीन की क़ीमत पर रमन सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार जो पॉलिसी बना रही है. हमें उसका क्रियान्वयन करना चाहिए. लोगों के स्वास्थ्य से बढ़कर किसी चीज़ की कोई क़ीमत नहीं है. वैक्सीन सुरक्षा देने वाला है. वैक्सीन की क़ीमत पर सरकार ने अपनी बात कह दी है.  अब जो भी फ़ैसला होगा उसे मानना होगा.

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पहले राज्य में ऑक्सीजन की किल्लत हो दूर

छत्तीसगढ़ से 16 टन ऑक्सीजन लखनऊ भेजा गया है. उस पर रमन सिंह ने कहा कि इसमें कोई दिक़्क़त नहीं है कि दूसरे राज्य की ज़रूरत पर यहाँ से ऑक्सीजन भेजा जा रहा है. लेकिन राज्य में बलरामपुर से बीजापुर तक ऑक्सीजन की क़िल्लत को पहले दूर किया जाना चाहिए. छत्तीसगढ़ में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है. ज़िलों में, ब्लॉक लेवल पर ऑक्सीजन को सुनिश्चित किया जाए.

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