कुमार इंदर, जबलपुर। जबलपुर में कोरोना के बिगड़ते हालातों को लेकर राज्य सभा सांसद विवेक तन्खा का दर्द एक बार फिर छलका है। तन्खा ने सूबे की शिवराज सरकार पर जबलपुर के साथ भेदभाव और लगातार अनदेखी का आरोप लगाया है। तन्खा ने ये आरोप रेमडेसिविर इंजेक्शन की जिले में आपूर्ति को लेकर लगाया है। उन्होंने कहा कि मरीज, लोग और शहर की जनसंख्या के हिसाब से जबलपुर को इंजेक्शन नहीं दिये जा रहे हैं।

विवेक तन्खा ने ट्वीट कर कहा, “वह कभी जबलपुर से कोई चुनाव नहीं लड़ेंगे ! पर शहर के हक़ और अधिकारों के लिए आवाज़ ज़रूर उठाएंगे। ऐसे में शहर वासी खुद को अकेला और बेबस महसूस ना करे। वह इस दर्द में उनके साथ हैं।”

इसके साथ ही उन्होंने सीएम शिवराज को न्यायालय की शरण में जाने चेतावनी दी और मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य आयुक्त आकाश त्रिपाठी को रेमडेसिविर इंजेक्शन के जिलों में आबंटन को लेकर कटघरे में खड़े किया है।

उन्होंने ट्वीट कर कहा, “मरीज़, जनसंख्या और ज़रूरत के अनुपात से remdesivir का संभागीय quota निर्धारित कीजिए। इंदौर को ३०% तो जबलपुर का अनुपात क्या ?? २५ / ३० % जबलपुर की भी ज़रूरत है आकाश त्रिपाठी जी। १ लाख remdesivir मप्र को मिलेगी April ३० तक। लगभग ९२ हज़ार मप्र को मिल चुकी है। जबलपुर को क्या दिया। चंद हज़ार !! यह हमारे शहर के साथ अन्याय है। मुझे न्यायालय की शरण लेने के लिए मजबूर मत करिए।”