अरविंद यादव,महासमुंद। कोरोना आपदा को कुछ लोग अवसर के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं. आवश्यक दवाओं की कालाबाजारी कर पैसे कमाने की जुगत में हैं. कोरोना से लड़ने में मददगार साबित हो रहे रेमडेसिविर इंजेक्शन की भारी किल्लत है. ऐसे समय में महासमुंद जिले में पुलिस ने एक डॉक्टर को रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते पकड़ा है.

6 नग रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद

पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर मौका राजिम मोड़ के पास 30 वर्षीय डॉक्टर दैत्यनाशन पटेल को रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ पकड़ा है. डॉक्टर महासमुंद जिला अस्पताल में पदस्थ है. उसके पास से रेमडेसिविर इंजेक्शन 100 एम.जी. माइलेन कंपनी का 6 नग बरामद किया गया है. जिसकी कीमत करीब 20 हजार 400 रुपए है.

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20 हजार में एक इंजेक्शन बेचने की मिली थी सूचना

रेमडेसिविर इंजेक्शन कोरोना मरीजों को लगाने में इस्तेमाल होता है. लेकिन अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में अवैध रूप से इसकी बिक्री की जा रही है. इतना ही नहीं प्राइवेट अस्पतालों में भी इसकी कमी होने के कारण एक रेमडेसिविर इंजेक्शन 20 हजार रुपए में बेचे जाने की भी सूचना पुलिस को मिली थी.

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धारा 102 के तहत हुई कार्रवाई

पुलिस ने आरोपी डॉक्टर दैत्यनाशन पटेल के खिलाफ कोतवाली थाने में धारा 102 जौ.फौ के तहत कार्रवाई की है. आगे की कार्रवाई के लिए ड्रग कंट्रोल विभाग को सौंप दिया गया है. इसकी सूचना कलेक्टर को भी दे दी गई है.

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