राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। प्रदेश का सर्वाधिक कोरोना संक्रमित जिला भोपाल में संवेदनहीनता की हद पार कर देना वाला एक मामला सामने आया है। राजधानी के सरकारी अस्पताल हमीदिया के अधीक्षक ने अस्पताल में सेलिब्रेटिंग इवेंट करने के लिए कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके मरीजों को दो और दिन रोकने का निर्देश दिया है। अधीक्षक लोकेन्द्र दवे का पत्र वायरल हो गया है। वायरल आदेश में डॉक्टरों से कहा गया है कि कोरोना से ठीक हुए नॉन ऑक्सीजन मरीजों को आज और कल डिस्चार्ज मत करो, रविवार को सेलिब्रेटिंग इवेंट कर उन्हें भेजेंगे।
अधीक्षक का एक ऑडियो भी सामने आया है। अधीक्षक ने हॉस्पिटल के ग्रुप में ऑडियो के माध्यम से भी आदेश दिया patients recovering from corona था। ऑडियो में अधीक्षक संभागायुक्त के निर्देश पर ऐसा करने की हैं बात कह रहे हैं।
मीडिया में उनका ऑडियो और पत्र वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग बैकफुट पर आ गया है। और सामुहिक डिस्चार्ज के आदेश को निरस्त कर दिया है।
मामले में अधीक्षक लोकेन्द्र दवे ने अपनी सफाई दी है। उन्होंने कहा कि मीडिया में मेरा वक्तव्य गलत रूप में प्रचारित हो गया है। किसी भी डिस्चार्ज होने लायक मरीज को डिस्चार्ज करने से नहीं रोका गया है। रविवार को डिस्चार्ज होने वाले मरीजों को सामूहिक रूप से डिस्चार्ज करने के पीछे उद्देश्य यह था कि समाज में इस बीमारी से जो डर और भय बैठा हुआ है उसे दूर किया जाए और और उनके मन में यह विश्वास जागृत हो कि काफी लोग इस बीमारी से स्वस्थ होकर घर जा रहे हैं। भ्रम की स्थिति उत्पन्न ना हो इसके लिए रविवार को होने वाले सामूहिक डिस्चार्ज को निरस्त कर दिया गया।
सुनिये ऑडियो
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