राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्यप्रदेश में ऑक्सीजन, दवा-इंजेक्शन और बेड की भारी कमी है। जिसकी वजह से लोगों की लगातार असमय मौतें भी हो रही है। ऐसे में एक ऑटो चालक कोरोना पीड़ितों की मदद के लिए सामने आया और अपनी ऑटो को एंबुलेंस में तब्दील कर मरीजों को फ्री में ऑक्सीजन देकर उनकी जान बचाने लगा। जब सिस्टम फेल साबित हो रहा है ऐसे समय में लोगों की मदद कर रहे इस युवक पर शनिवार को भोपाल पुलिस का डंडा चला कि बगैर अनुमति वह ऑटो में ऑक्सीजन सिलेंडर रखा हुआ था। पुलिस ने इसे अपराध मानकर उसके खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया और महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की।
पत्नी के जेवर बेचकर ऑटो को एंबुलेंस में तब्दील करने वाले जावेद नाम के इस शख्स के खिलाफ थाना छोला मंदिर पुलिस ने धारा 188 के तहत कार्रवाई की है। थाना प्रभारी का कहना है कि जावेद बिना अनुमति के ऑटो में ऑक्सीजन सिलेंडर रखकर घूम रहा था। हालांकि डीआईजी के निर्देश के बाद पुलिस ने उसे छोड़ दिया।
जावेद अपने ही पैसों से सिलेंडर में ऑक्सीजन भरवाता है। एक बार ऑक्सीजन भरवाने में तकरीबन 600 रुपये का उसे खर्च आता है। ऑटो को एंबुलेंस में तब्दील करने और कोरोना पीड़ितों को फ्री में ऑक्सीजन देने की खबर, वीडियो और उसका मोबाइल नंबर सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। जावेद द्वारा दिये गए नंबर पर जरुरतमंद लोग उसे फोन करते हैं और वह अपनी ऑटो एंबुलेंस लेकर उन तक पहुंच जाता है। जावेद के ऑटो एंबुलेंस में न सिर्फ ऑक्सीजन सिलेंडर है बल्कि ऑक्सीमीटर और सेनिटाइजर भी मौजूद है।
रमजान के इस महीने में जावेद ने रोजा रखा हुआ है। उसका कहना है कि उसे लोगों की मदद करके उसे सुकून मिलता है। इसके लिए चाहे उसे उधार भी लेना पड़े तो वह लेकर लोगों की मदद करेगा।