संदीप दीक्षित, गुना। वर्तमान युग में विज्ञान की इतनी तरक्की के बाद भी कुछ लोग आज भी अंधविश्वासी बने हुए हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी बीमार पडऩे पर डॉक्टर से उपचार कराने के बजाए झाडफ़ूंक का सहारा लेते है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां कोरोना संक्रमित और टाइफाइड के मरीज झाडफ़ूंक से अपना उपचार करवा रहे थे.

झाडफ़ूंक के जरिए कोरोना और टाइफाइड जैसी बीमारियों का इलाज करने का दावा

जिले के आरोन आरोन थाना क्षेत्र के ग्राम उमरिया में झाडफ़ूंक के जरिए कोरोना और टाइफाइड जैसी बीमारियों का इलाज करने का दावा कर रहे तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. तीनों लोग पीडि़तों को झाडफ़ूंक से ठीक करने का दावा कर रहे थे. पुलिस की एक टीम जब क्षेत्र में लॉकडाउन की स्थिति जायजा ले रही थी, तभी उमरिया गांव के बाहर एक कुएं के पास लोगों की भीड़ जुटी दिखाई दी.

पुलिस अधिकारियों को पहले माजरा समझ नहीं आया. लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि तीन लोग कोरोना और टाइफाइड का उपचार झाडफ़ंूक और प्रसाद के जरिए कर रहे है. वे तीनों ग्राम उमरिया के ही रहवासी कल्याण सिंह, रामसिंह और मेहरबान सिंह है. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ लोगों को गुमराह करने और महामारी कानून का उल्लंघन करने का मामला दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर लिया है.