रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संघ सरकार के खिलाफ एक बार फिर हल्ला बोलने की तैयारी में है. आंदोलन की रणनीति को लेकर आज किसान संघ ने राजधानी में एक अहम बैठक की. बैठक में प्रदेश भर से गैर राजनीतिक किसान सदस्य मौजूद रहे. किसान संघ ने कर्ज मुक्ति, लागत मूल्य में प्रतिशत वृद्धि, घोषणा पत्र में अमल, पूर्ण धान खरीदी सहित कई मांगों को लेकर सरकार को घेरा.
बैठक में तय किया गया किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर 23 फरवरी 2018 को राष्ट्रीय किसान महा संघ के आव्हान पर राजधानी रायपुर का नाकाबंदी कर सीएम हाउस का घेराव किया जाएगा. प्रगतिशील किसान संघ के नेता राजकुमार गुप्ता ने कहा कि गर्मी की फसल को लेकर प्रशासन की ओर से किसान पर दबाव बनाया जा रहा है. किसान को धान के फसल लेने रोका जा रहा है, सूखा राहत की व्यवस्था नहीं की जा रही है, बीमा का लाभ नहीं मिल रहा है. 5 साल तक 3 सौ रुपये बोनस नहीं दिया जा रहा है.
राजकुमार गुप्ता ने कहा कि इस वर्ष अल्प एवं अनियमित वर्षा क्षति हुई है. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की कमजोरियां और लागू करने वाले जमीनी कार्यकर्ताओं की अनुभवहीनता और असवंदेनशीलता के कारण किसानों को बीमा राशि और सूखा राहत राशि से वंचित होना पड़ सकता है. खरीदी केन्द्रों में इलेक्ट्रानिक तौल मशीन की व्यवस्था न होने के कारण सूखत के बहाने से किसानों की 10 प्रतिशत तक फसल की लूट की जाती है, धान अमानक होने के नाम पर भी किसानों को परेशान किया जाता रहा.