हेमंत शर्मा, इंदौर। इंदौर में जिला स्वास्थ्य अधिकारी पूर्णिमा गडरिया और कलेक्टर मनीष सिंह के बीच बीते दिनों हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. पूर्णिमा गडरिया के इस्तीफे के बाद अब स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी कलेक्टर के खिलाफ लामबंद हो गए हैं. इस मामले को लेकर अब प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने मोर्चा संभाल लिया है. वे शुक्रवार को सुबह 10 बजे स्वास्थ्य अधिकारी और कर्मचारियों से मिलने पहुंचे. यहां वे विवाद सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं.

जानकारी के मुताबिक स्वास्थ विभाग के अधिकारी- कर्मचारियों से चर्चा के बाद काम बंद हड़ताल टल सकती है. इस बैठक में मंत्री तुलसी सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, संभागायुक्त डॉ पवन कुमार शर्मा सहित कई अधिकारी कर्मचारी मौजूद हैं.

बता दें कि कलेक्टर को न हटाने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों ने शुक्रवार को हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है, जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के दफ्तर में आला अधिकारियों की बैठक चल रही है. इस बैठक में विभाग के कई अधिकारी मौजूद हैं, हड़ताल को लेकर निर्णय लिया जाएगा. हालांकि जानकारी के मुताबिक विभाग के वरिष्ठ अधिकारी कर्मचारियों को हड़ताल पर न जाने की सलाह दे रहे हैं.

आपदा के समय लड़ाई का वक्त नहींः तुलसी सिलावट
इंदौर में दो विभागों के बीच मची तनातनी पर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मचारियों की नाराजगी पर कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि मैंने डॉक्टर के सम्मान की पूरी जिम्मेदारी ली है, संवाद लगातार जारी है. जल्द ही निराकरण हो जाएगा. उन्होंने कहा कि ईश्वर के बाद डॉक्टर का सम्मान है, यह वक्त आपदा के समय में सेवा करने का है. उन्होंने आगे कहा कि परिवार में वाद- विवाद हो जाते हैं, लेकिन लड़ने का समय नहीं है.मुझे संकट के समय मे डॉक्टर की भी आवश्यकता है और प्रशानिक अमले की भी. ये लड़ाई का वक्त नहीं है.

कलेक्टर को हटाने की मांग
वहीं स्वास्थ्य कर्मचारियों ने अपने ज्ञापन में शुक्रवार, 7 मई की सुबह 8 बजे से लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सभी अधिकारी और कर्मचारी काम नहीं करने की बात कही थी. उन्होंने मांग की है कि स्वास्थ्य अधिकारी और कर्मचारी तब तक काम नहीं करेंगें जब तक प्रदेश सरकार कलेक्टर मनीष सिंह को उनके पद से नही हटाया जाता है. स्वास्थ्य विभाग के संगठनों द्वारा इस संबंध में आगे की रणनीति तैयार की जा रही है.

सामूहिक इस्तीफे की चेतावनी
दरअसल इंदौर के स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों ने जिला प्रशासन के अफसरों द्वारा किए जा रहे गलत व्यवहार का विरोध किया जा रहा है. ऐसे में डॉक्टर गडरिया के समर्थन में कई कर्मचारी संगठनों ने भी उनका साथ देने के लिए लामबंद हो गए हैं. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी संगठनों ने इस मामले को लेकर हड़ताल करने का फैसला किया था. साथ ही अन्य स्वास्थ्य विभाग से जुड़ें अन्य संगठनों का भी इस हड़ताल में शामिल होने के लिए आह्वान किया है. स्वास्थ्य विभाग के संगठनों का कहना है कि मांग न पूरी की जाने पर सामूहिक इस्तीफा दिया जाएगा, लेकिन अभद्र व्यवहार बर्दास्त नहीं किया जाएगा.

फोन पर कलेक्टर ने लगाई थी स्वास्थ्य अधिकारी को डांट
गौरतलब है कि ग्रामीण क्षेत्रों के फीवर क्लीनिकों पर दवाएं नहीं भेजे जाने से नाराज कलेक्टर मनीष सिंह ने बुधवार को जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्‍टर पूर्णिमा गाडरिया को फोन पर डांटा. इसके बाद अधिकारी ने वाट्सअप पर इस्तीफा भेज दिया था. जिसके बाद कलेक्टर द्वारा स्वास्थ्य अधिकारी के साथ किेेए गए इस तरह के व्यवहार को लेकर स्वास्थ्य अमला संभागायुक्त ज्ञापन सौंपकर मनीष सिंह को हटाने की मांग की थी.