रायपुर। छत्तीसगढ़ आज तरक्की के रास्तें में कितना आगे निकल गया इसे इस बात से समझा जा सकता कि प्रदेश में बीते 14 साल में जिलों की संख्या 16 से बढ़कर 27 पहुँच गई है. छोटे-छोटे जिलों से आज शासन की योजना का बेहतर क्रियान्वयन हो पा रहा है, क्योंकि अब प्रशासन जनता के और नजदीक है. इसी तरह अनुविभाग की संख्या 61 से बढ़कर 88, तहसीलों की संख्या 98 से बढ़कर 150, पटवारी हल्कों की संख्या 3086 से 5777 हो गई है. तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार के पद 98 से 252 और 236 से 342 हो गए है.
ये कहना राजस्व मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय का। मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने रमन सरकार के 14 साल की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि आज राजस्व विभाग की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि जिलों की संख्या तो बढ़ी है इसके साथ ही प्रदेश के सभी पंजीयक कार्यलय ऑनलाइन है.
प्रदेश के सभी राजस्व न्यायालयों को ई-कोर्ट में परिवर्तित कर उन्हें ऑनलाइन किया जा चुका है. भुईयां एवं भू-नक्शा सॉफ्टवेय का एंड्राइड वर्जन तैयार किया जा चुका है.
मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा कि हर जिले में आज की तारीख में पॉलीटेक्निक कॉलेज है. उन्होंने कहा कि ऐसा कोई शिक्षण संस्थान नहीं है, जो छत्तीसगढ़ में नहीं खोला गया. वहीं उन्होंने ये भी कहा कि आज हरेक कॉलेज के पास अपना भवन है और कोई भी कॉलेज किराए के भवन में नहीं चल रहा है.
प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के 2 विश्वविद्यालयों और 6 कॉलेज को ए ग्रेड मिला है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के 3 लाख 18 हजार छात्रों को स्किल डेवलपमेंट का प्रशिक्षण दिया गया.
प्रेम प्रकाश पांडेय ने ये भी कहा कि प्राकृतिक आपदा के लिए ट्रेनिंग कैंप खोले गए और होमगार्ड्स को वॉटर और फायर डिजास्टर से निपटने की ट्रेनिंग दी गई.