हेमंत शर्मा, इंदौर। प्रदेश में कोरोना संक्रमण काल में लगातार कालाबाजारी के मामले सामने आ रहे हैं. इस दौरान इंदौर में रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 4 मामलों में 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इंदौर पूर्वी क्षेत्र के एसपी आशुतोष बागरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसकी जानकारी दी.
इंदौर की विजय नगर पुलिस ने रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के 4 मामलों में 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिसमें 6 आरोपी, मुख्य आरोपी सुनील मिश्रा गैंग के हैं. इसके अलावा 3 आरोपी अलग-अलग मामले में गिरफ्तार हुए हैं. जबकि 2 आरोपी गुरुवार को नए पकड़ाए हैं. आरोपियों में एक आयुर्वेदिक डॉक्टर, दूसरा एक निजी अस्पताल में ड्यूटी डॉक्टर शामिल है.
जानकारी के मुताबिक आरोपियों के पास से 16 रेमडेसिवीर इंजेक्शन समेत 5 बॉक्स फेबीफ्लू , कार, मोबाइल और नगदी भी पुलिस ने जब्त किया है. वहीं 5 आरोपियों से असली रेमडेसिवीर इंजेक्शन भी जब्त हुए हैं. इस कालाबाजारी में मुख्य आरोपी का सहयोगी उसी अस्पताल में हाउस कीपिंग का करता है. हालांकि सभी आरोपियों पर रासुका के तहत कार्रवाई की जा रही है.
गुजरात से जुड़ा तार
बता दें कि गुजरात के मोरबी जिले में नकली रेमडेसिवीर इंजेक्शन की फैक्ट्री पकड़ी गई. इंदौर पुलिस की सूचना पर मोरबी पुलिस ने फैक्ट्री पर छापामार कार्रवाई कर नकली इंजेक्शन जब्त की. वहीं इंदौर पुलिस को पूछताछ में ये जानकारी मिली कि इसी नकली फैक्ट्री से आरोपियों के तार जुड़े है. साथ ही यहीं से नकली इंजेक्शन बेचने का रैकेट चल रहा था. पुलिस अब गिरफ्तार मुख्य आरोपी सुनील मिश्रा को पूछताछ के लिए गुजरात ले गई है.
प्रदेशभर में 12 सौ नकली इंजेक्शन खपाया आरोपी
विजय नगर थाना प्रभारी तहजीब काजी के मुताबिक मुख्य आरोपी सुनील मिश्रा रीवा जिले का रहने वाला है. जिसने 1200 नकली इंजेक्शन शहर में मंगवाए थे. जिसमें से 200 इंजेक्शन आरोपी जबलपुर में खपा चुका है. जबकि 1 हजार रेमडेसिवीर नकली इंजेक्शन इंदौर में खपा चुका है. हालांकि अब पुलिस पूछताछ कर उन लोगों तक पहुंच की कोशिश कर रही है, जिन लोगों ने इन आरोपियों से नकली इंजेक्शन खरीद चुके हैं.
वहीं एसपी बागरी ने जानकारी दी कि अब तक विजयनगर, लसूड़िया और कनाड़िया पुलिस ने इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले 17 आरोपियों पर कार्रवाई कर चुकी है.