सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। जब भी कठिन समय आया, पुलिस विभाग ने अपनी नींद और चैन खोकर हमारी रक्षा की. ना इनके दिन का ठिकाना है, ना रात का. सेवा कार्य में वे सब भूल गए. कोरोना के विपरित परिस्थिति में भी वे लोगों की मदद के लिए लगे हुए हैं. इन सब कार्यों के अलावा राजधानी पुलिस ने एक अभिनव पहल की है. जिसकी हर कोई तारीफ कर रहा है.

दरअसल कोरोना के इस दौर में रायपुर में रहने वालों में एक तबका ऐसा भी है जिसके पास खाने की किल्लत हो गई है. इन्हीं जरूरतमंदों को देखते हुए पुलिस परिवार ने पुलिस चौकी की शुरुआत की है.

ये तस्वीर रायपुर के गोकुल नगर की है, जहां एक निजी भवन में पुलिस परिवार के द्वारा पुलिस चौकी की शुरूआत की गई है. जहां खाना भी पुलिस के द्वारा बनाया जाता है और वे अपने निजी वाहन से रायपुर शहर का भ्रमण कर जरूरतमंदों को खाना वितरित करते हैं. खाना बनाने में पुलिस कर्मियों की मदद करनेवाले बच्चे भी प्रयास स्कूल के हैं, इन बच्चों को आरक्षक महेश नेताम मुफ्त में शिक्षा प्रदान करते हैं.

पुलिस वाले बताते हैं कि वे ड्यूटी से थक हार कर घर लौटने के बजाय सीधे यहां आकर खाना बनाते हैं और जरूरत मंदों को खाना बांटकर ही घर लौटते हैं. प्रतिदिन जरूरतमंदों को पुलिस कर्मियों के द्वारा सुबह और शाम दोनों समय का खाना उपलब्ध कराया जा रहा है. इस नेक काम में डीजी और एसपी ने भी मदद के लिए हाथ बढ़ाया है. बहरहाल कोरोना काल में पुलिस जिस लगन और मेहनत से कार्य कर रही है उसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए वह कम है.

इसमें अलावा पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की विभिन्न टीमें जरूरतमंदों के लिए भोजन तैयार करने में सहयोग कर रही है.  इसमें टीआई योगिता खापर्डे समेत अन्य अधिकारी अपनी अहम भूमिका निभा रहे है. सुनील पाठक, महेश नेताम का भी इसमें अहम योगदान है.