लखनऊ. थाईलैंड कॉलगर्ल की मौत का मामला गर्माते जा रहा है. अमिताभ ठाकुर और डॉ नूतन ठाकुर ने थाईलैंड की कॉलगर्ल की रहस्यमय मृत्यु के संबंध में विधिक प्रावधानों के अंतर्गत एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने पुलिस कमिश्नर लखनऊ के साथ एसीएस होम और डीजीपी को शिकायत भेजी हैं.

अमिताभ ठाकुर और डॉ नूतन ठाकुर ने पत्र में कहा कि मीडिया में आए समाचारों से स्पष्ट है कि थाईलैंड की एक कॉलगर्ल चोरीछिपे लखनऊ में लाई गई. यहां उसके बीमार पड़ने पर अनुचित व अवैधानिक ढंग से चोरी-चुपके इलाज कराया गया. मृत्यु के बाद भी लखनऊ पुलिस की सक्रिय सहायता और सहयोग से उस महिला के शव का अंतिम संस्कार भी चोरी छिपे विधि के प्रावधानों के विपरीत किया गया.

बीजेपी के राज्यसभा सांसद संजय सेठ के बेटे एफआईआर की मांग

उन्होंने कहा कि आज राजनेता आईपी सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल पर आरोप लगाया है कि बीजेपी के राज्यसभा सांसद संजय सेठ के बेटे कुणाल ने ही अय्याशी के लिए उसे बुलवाया था. अमिताभ और नूतन ने कहा कि इस प्रकरण में अब तक एफआईआर दर्ज नहीं किया जाना उचित नहीं है. उन्होंने अविलंब संजय सेठ के पुत्र के खिलाफ सम्यक धाराओं में एफआईआर दर्ज कराते हुए अग्रेतर विधिक कार्रवाई कराए जाने की मांग की हैं.

पुलिस और प्रशासन इस संबंध में मौन

लखनऊ में कोरोना के कारण जान गंवाने वाली थाईलैंड की लड़की की मौत ने प्रशासन और सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है. हालांकि पुलिस और प्रशासन इस संबंध में कुछ नहीं बोल रहा है. थाईलैंड की युवती (30) की 3 मई को लोहिया अस्पताल में कोरोना से मौत हो गई. सूत्रों का कहना है कि एक बड़े कारोबरी के बेटे ने युवती को बुलाया था. युवती को बुलाने, होटल में रुकने व अन्य खर्चे कारोबारी के बेटे ने ही उठाए. हालांकि पुलिस और प्रशासन इस संबंध में कुछ नहीं बोल रहा है. युवती लखनऊ क्यों आई थी? किसके बुलाने पर आई थी? किन लोगों के संपर्क में थी?

पुलिस ने थाईलैंड दूतावास से किया संपर्क 

ऐसे ही कई सवालों के जवाब पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों के पास नहीं हैं. परिस्थितियां संदिग्ध होने के बावजूद मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया. फिलहाल प्रशासन की मदद से पुलिस ने थाईलैंड दूतावास से संपर्क किया. थाईलैंड दूतावास के निर्देशों के अनुसार पुलिस और प्रशासन ने एक गाइड की देखरेख में युवती का अंतिम संस्कार बैकुंठधाम में करा दिया.

28 अप्रैल को पहुंची लखनऊ

पुलिस के मुताबिक थाईलैंड निवासी युवती 28 अप्रैल को लखनऊ एयरपोर्ट पहुंची थी. उसका वीजा 10 मार्च को जारी हुआ था. युवती हजरतगंज स्थित एक होटल में रुकी थी. तबीयत बिगड़ने पर उसके दोस्त ने थाईलैंड दूतावास से संपर्क किया. दूतावास ने जिला प्रशासन से संपर्क कर युवती को 30 अप्रैल की रात लोहिया अस्पताल में भर्ती करवाया. रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने पर युवती को कोविड वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया.

3 मई की शाम को हुआ निधन

एलआईयू ने युवती की मौत की सूचना भेजी थी. उस आधार पर जिला प्रशासन की ओर से उचित कदम उठाए गए. अस्थियां सुरक्षित रखी जाएंगी. नगर निगम से मृत्यु प्रमाण पत्र लिया जाएगा. मृत्यु प्रमाण पत्र, सामान व अवशेष थाईलैंड दूतावास के जरिए युवती के परिवारीजनों को भेजे जाएंगे.

गाइड सलमान ने कहा – राजस्थान से उसके एक दोस्त ने फोन किया

थाईलैड की युवती के गाइड सलमान का कहना है कि 29 अप्रैल को राजस्थान से उसके एक दोस्त ने फोन किया था. उसने युवती का मोबाइल नंबर देकर उसकी देखरेख के लिए कहा था. इसी दौरान युवती की तबीयत बिगड़ गई. उसे लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया.

बड़े कारोबारी के बेटे से मिलने को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म 

थाई युवती किससे मिलने लखनऊ आई थी. इसे लेकर अब भी संशय है. सूत्रों का कहना है कि लखनऊ के एक बड़े कारोबारी का बेटा थाई युवती से संपर्क में था. हालांकि पुलिस व जिला प्रशासन इस बात की पुष्टि नहीं कर रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि युवती के अंतिम संस्कार में चोरी-छुपे कारोबारी का बेटा शामिल था. कारोबारी के बेटे ने खुद को युवती का पुराना मित्र बताया है, जिसे उसने लखनऊ घूमने के लिए बुलाया था. एलआईयू के भी अधिकारी मामले की जांच में जुट हुए हैं.

इन सवालों के नहीं हैं जवाब

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान थाईलैंड से आई युवती पर निगरानी क्यों नहीं रखी गई? हजरतगंज के होटल में आखिर किसने कमरा बुक करवाया? किसी भी विदेशी के शहर में आने के बाद ही खुफिया विभाग कैसे अंजान बना रहा? युवती की कॉल डिटेल क्यों नहीं खंगाली गई?

राज्यसभा सांसद ने पुलिस कमिश्नर को लिखा पत्र

इधर बीजेपी के राज्यसभा सांसद संजय सेठ ने परिवार का नाम धूमिल किए जाने पर थाई युवती के संबंध में विस्तृत जांच के लिए पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र में मृत युवती, उसकी पृष्ठभूमि, पासपोर्ट नंबर, मोबाइल नंबर,कॉल डिटेल, लखनऊ में उसके रहने का विवरण और भारत में किसी भी अन्य जगह पर उसकी अन्य व्यक्तियों से मुलाकात के सम्बंध में जांच कर सभी तथ्य सार्वजनिक किए जाने का अनुरोध किया.

आई.पी. सिंह व  महेंद्र कुड़िया के खिलाफ कार्रवाई की मांग

राज्यसभा सांसद संजय सेठ ने दुर्भावनापूर्ण सोशल मीडिया पोस्ट्स को उनके और उनके परिवार की प्रतिष्ठा को धूमिल करने वाला करार दिया. उन्होंने मृत थाई युवती के सम्बंध में गहनता से जांच कर सभी तथ्य सर्वजनिक किए जाने की मांग की है. उन्होंने आई.पी. सिंह व  महेंद्र कुड़िया के खिलाफ ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर उनके परिवार के सम्मान व प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए आईटी एक्ट की धारा 2000 के तहत उचित विधिक कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने ऐसे दुर्भावनापीरन संदेश को वायरल करने वाले सभी सोशल मीडिया हैंडल्स/एकाउंट को प्रतिबंधित करने की भी मांग की है.

मृत युवती, उसकी पृष्ठभूमि, पासपोर्ट नंबर, मोबाइल नंबर के बारे में जांच हो

राज्यसभा सांसद संजय सेठ ने लखनऊ के पुलिस आयुक्त ध्रुवकांत ठाकुर को एक पत्र लिखकर मांग की है कि मृत युवती, उसकी पृष्ठभूमि, पासपोर्ट नंबर, मोबाइल नंबर के बारे में जांच करने का अनुरोध करता हूं. उसकी कॉल डिटेल, लखनऊ में उसके रहने का विवरण और भारत में किसी भी अन्य जगह पर उसकी अन्य व्यक्तियों से मुलाकात महत्वपूर्ण तथ्य हैं, जिनका विवरण जानना अति आवश्यक है.

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सोशल मीडिया पोस्ट में एजेंट सलमान का बार-बार जिक्र

संजय सेठ ने इस बात की भी मांग की है मृत थाई युवती को अस्पताल में किसने एडमिट कराया और वह व्यक्ति कौन था, जिसने उसकी मेडिकल इमरजेंसी में सहायता की. साथ ही वायरल हो रहे सोशल मीडिया पोस्ट में एजेंट सलमान का बार-बार जिक्र हुआ, उसकी भूमिका इस पूरे मामले में क्या है. इसकी भी जांच होनी चाहिए और इन सामग्रियों में वर्णित तथ्यों को श्री आई.पी. सिंह व महेंद्र कुड़िया या व्हाट्सएप ग्रुप्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वायरल किया है.

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आईपी सिंह ने किया ट्वीट

उन्होंने बताया कि मुझे मेरे दोस्तों और सहयोगियों ने सूचित किया है थाई युवती की मृत्यु के पश्चात कुछ दुर्भावनापूर्ण सोशल मीडिया पोस्ट, व्हाट्स ऐप और ट्विटर अकाउंट पर अपलोड और प्रसारित किए गए हैं. इनमें मनगढ़ंत और दुर्भावनापूर्ण सामग्री पोस्ट कर उनके परिवार की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का कुत्सित प्रयास किया गया है. मामले की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि पहले आईपी सिंह ने ट्विटर पर इस तरह का एक कुत्सित ट्वीट पोस्ट किया गया. फिर उसे राम दत्त तिवारी ने रिट्वीट किया और एक तस्वीर के साथ कई बार वायरल किया गया.

साइबर सेल और आईटी सेल से सख्त जांच हो

संजय सेठ ने कहा कि इस दुर्भावनापूर्ण कुत्सित सामग्री के स्रोत और उत्पत्ति के बारे में गहन जांच की नितांत आवश्यकता है. इस तरह की सामाग्री को पोस्ट और री-ट्वीट करने वालो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. इस आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट करने वालों में महेंद्र कुड़िया भी शामिल हैं, जिन्होंने बेतुका और फर्जी ट्वीट किया है, इसके भी सूचना के स्रोत, इसकी उत्पत्ति और शुद्धता के लिए कड़ी जांच की जरूरत है. इस पूरे मामले की साइबर सेल पुलिस से और आईटी सेल पुलिस से सख्त और गहन जांच कर इस तरह की कुत्सित दुर्भावनापूर्ण सामग्री की उत्पत्ति का पता लगाने और इस तरह के पोस्ट्स को शेयर करने वालों की मंशा का पता लगाना अति आवश्यक है.

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मामले की जांच के लिए कमेटी गठित

लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की है. डीसीपी पूर्वी के नेतृत्व में टीम ने मामले की जांच शुरू कर दी है. टीम अभी मामले से जुड़े लोगों से शुरू पूछताछ कर रही है. जांच रिपोर्ट के आधार पर मामले में कार्रवाई होगी.
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