दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में मानवता को तार-तार करने वाला सामने आया है. परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है. बावजूद इसके श्मशान घाट पर शव का अंतिम संस्कार करने के लिए नगर पालिका ने पैसों की डिमांग की. जबकि प्रशासन ने नगर पालिका की ओर से दाह-संस्कार के लिए लकड़ी-कंडों जैसी सामग्री निःशुल्क उपलब्ध कराने को कहा है. लेकिन पालिका के कर्मचारियों ने परिवार से अवैध वसूल की है.
नगर पालिका ने वसूले 5700 रुपए
दरअसल किरंदुल नगर पालिका में लूट खसोट का बड़ा खेल चल रहा है. कोरोना संक्रमण से मौत के बाद अंतिम संस्कार के नाम पर 5700 रुपए वसूला गया है. किरंदुल निवासी ज्योति सिंह की कोरोना से मौत हो गई थी. परिवार की आर्थिक स्थिति पैसे देने लायक नहीं थी. इसके बाद भी कर्ज लेकर नगर पालिका को परिवार ने पैसों का भुगतान किया. लेकिन उसके कोई रसीद नहीं दिए गए.
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कर्ज लेकर पालिका को दिए रुपए
मृतक के देवर ने बताया कि नगर पालिका के लोगों के अंतिम संस्कार करने के लिए पैसे की मांग की. पालिक के कर्मचारी कहते हैं कि लकड़ी का पैसा लगता है. उसके बाद ही अंतिम संस्कार किया जाएगा. किसी तरह कर्ज लेकर पैसे इकठ्ठा किया, फिर पालिका के कर्मचारियों को पैसा दिया. मृतिका का गरीब रेखा के नीचे का राशन कार्ड भी था. फिर भी अवैध वसूली की गई.
पैसे वापस करवाए जाएंगे- कलेक्टर
किरंदुल नगर पालिका ने पीड़ित परिवार से अंतिम संस्कार के नाम पर पैसे वसूले जाने का मामला कलेक्टर तक पहुंच गया है. कलेक्टर दीपक सोनी ने CMO नगर पालिका किरंदुल को मृतक परिवार के रुपए वापस करने का आदेश दिया है. इसके साथ ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है. कलेक्टर ने कहा कि नगरपालिका को अंतिम संस्कार करने के लिए 10 लाख रुपए दिए गए हैं.
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