नई दिल्ली: देश में पहली बार कोरोना वैक्सीन का विदेशी टीका लगाया गया है. रूसी वैक्सीन स्पूतनिक वी का टीका दीपक सप्रा को दिया गया है. उन्होंने यह टीका हैदराबाद में लिया है. रूस की वैक्‍सीन स्‍पूतनिक V (Sputnik V) की आयातित डोज की कीमत भारत में ₹ 995.40 है. स्‍पूतनिक V प्रभावशीलता 91.6% है, ऐसी तीसरी वैक्‍सीन है, जिसके उपयोग को मंजूरी दी गई है.

रूसी कोरोना वैक्सीन ‘स्‍पूतनिक V’

दरअसल, दीपक सप्रा डॉ. रेड्डी लोबोरेटरीज के कस्टम फार्मा सर्विस के ग्लोबल हेड हैं. कोरोना के खिलाफ लड़ाई में दो वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन पहले से लोगों को लगाई जा रही है. ऐसे में तीसरी वैक्सीन आने से कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भारत को और ज्यादा बल मिलेगा. स्‍पूतनिक V की आयातित (imported) डोज की इस कीमत में 5 फीसदी GST (प्रति डोज) शामिल है.

कोरोना वैक्‍सीन की कमी

हालांकि जब स्‍पूतनिक V की डोज का निर्माण भारत में शुरू हो जाएगी तो इसकी कीमत कम हो सकती है. इस वैक्‍सीन के अगले सप्‍ताह से बाजार में उपलब्‍ध होने की संभावना है. केंद्र सरकार ने गुरुवार को यह जानकारी दी थी. कई राज्‍यों में कोरोना वैक्‍सीन की कमी के कारण टीकाकारण कार्यक्रम प्रभावित हो रहा था.

बता दें कि स्‍पूतनिक V की आयातित डोज की पहली खेप भारत में 1 मई को पहुंची थी. इस वैक्‍सीन को 13 अप्रैल को भारत में आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी गई थी. रेड्डी लेबोरेट्रीज के अनुसार आयातित डोज की और खेपों के आगामी महीनों में पहुंचने की उम्‍मीद है. इसके बाद इस वैक्‍सीन की आपूर्ति भारतीय विनिर्माण साझेदार की ओर से की जाएगी.

91.6% के साथ स्‍पूतनिक V की प्रभावशीलता (efficacy) अन्‍य दो वैक्‍सीन की तुलना में अधिक है. भारत में इस समय ऑक्‍सफोर्ड-एस्‍ट्रोजेनेका की वैक्‍सीन कोविशील्‍ड और भारत बायोटेक की वैक्‍सीन-कोवैक्‍सीन लोगों को लगाई जा रही है. कोविशील्‍ड का निर्माण पुणे स्थित सीरम इंस्‍टीट्यूट ऑफ इंडिया में किया गया जा रहा है जबकि कोवैक्‍सीन का निर्माण हैदराबाद में हो रहा है.