गाजीपुर. शुक्रवार को चित्रकूट जेल में गैंगस्टर अंशुल दीक्षित की गोलियों का निशाना बने मुख्तार के करीबी भाई मेराज का शव को शनिवार को उसके पैतृक गांव गाजीपुर जनपद के करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र के माहेन गांव में लाया गया. यहां जनाजे की नमाज के बाद सुपुर्द-ए-खाक किया गया.

सदर विधायक मुख्तार अंसारी के करीबी मेराजुद्दीन उर्फ मेराज का शव चित्रकूट से सुबह वाराणसी पहुंचा. पहड़िया स्थित अशोक विहार कॉलोनी में आवास पर कुछ देर के लिए मेराज का शव रखा रहा. इसके परिजन शव लेकर गाजीपुर के करीमुद्दीनपुर स्थित महेंद गांव निकल गए. करीब दो बजे मेराज का शव गांव पहुंच गया. शव पहुंचते ही दरवाजे पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई.

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परिवार के सदस्य ग्रामीणों की मदद से दफनाने की तैयारियों में जुट गए. शाम चार बजे जनाजे की नमाज अदा के बाद पैतृक कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया.